कर्मपथिक पुष्पांजलि कार्यक्रम के माध्यम से बेसिक शिक्षा विभाग ने दिया अपने दिवंगत शिक्षकों - कर्मचारियों को श्रद्धांजलि
कर्मपथिक पुष्पांजलि कार्यक्रम के माध्यम से बेसिक शिक्षा विभाग ने दिया अपने दिवंगत शिक्षकों - कर्मचारियों को श्रद्धांजलि
आज दिनांक 15/05/2021 को बेसिक शिक्षा विभाग गोरखपुर ने वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से पिछले एक महीने में कोविड महामारी से दिवंगत हुए अपने शिक्षकों एवं कर्मचारियों को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
यूट्यूब सेशन के माध्यम से बेसिक शिक्षा विभाग के लगभग 10000 सदस्यों को संबोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत सिंह ने शिक्षको-कर्मचारियों के निधन पर अपार दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी कमी तो पूरी नहीं की जा सकती लेकिन उनके परिजनों की किसी भी तरह की सहायता के लिए वह सदैव तत्पर हैं। विभाग में शिक्षकों को कभी भी किसी भी रुप में उनकी सहायता की आवश्यकता हो तो वह निसंकोच बता सकते हैं।
कार्यक्रम को संबंधित करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री भूपेंद्र नारायण सिंह ने शिक्षकों के दिवंगत होने पर अपना शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इन साथियों के निधन से विभाग को अपूर्ण क्षति हुई है जिसे किसी भी रुप में पूरा नहीं किया जा सकता | अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि इन सभी लोगों के लंबित देयकों के भुगतान और आश्रितों को सेवा दिलाने हेतु उन्होंने तत्काल एकसमिति का गठन कर दिया गया है जो प्राथमिकता के आधार पर सभी मामलों को निस्तारित करेगी।
कार्यक्रम को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ गोरखपुर इकाई के जिलाध्यक्ष राजेश धर दुबे, मंत्री श्रीधर मिश्र, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरेन्द्र राय,उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र ओझा एवं कोषाध्यक्ष सुधांशु मोहन सिंह ने संबोधित करते हुए बताया कि दिवंगत शिक्षकों के पाल्यों को शीघ्रता से नौकरी दिलाना और न्यायालय के आदेशानुसार कम से कम एक करोड़ की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। साथ ही उन्होंने विभाग के त्वरित प्रयासों की सराहना करते हुए जिला प्रशासन से सभी शिक्षकों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण कराने की मांग की।
कार्यक्रम में दिवंगत शिक्षकों कर्मचारियों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय शाही ने कहा की इससे समाज को अपूरणीय क्षति हुई है साथ ही उन्होंने मांग किया कि 18 वर्ष से अधिक के छात्रों का भी टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर कराया जाए जिससे वे निश्चिंत होकर आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित हो सके।
इस कायर्क्रम में आनलाइन माध्यम से लगभग 2हजार से अधिक शिक्षको ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के अंत में जनपद के सभी परिषदीय, सहायता प्राप्त एवं माध्यमिक विद्यालयों हेतु जिला समन्वयक एमआईएस अमरेंद्र मणि त्रिपाठी ने यू डायस प्लस के महत्व पर एक प्रस्तुतिकरण दिया | जिस के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसके आधार पर सिस्टम के वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन के लिए एक मजबूत वास्तविक समय और विश्वसनीय सूचना संग्रह तंत्र बनता है, जिसके आधार पर सुधारों के लिए विशिष्ट हस्तक्षेपों को डिजाइन किया जाता है।
कार्यक्रम का संचालन संतोष कुमार राव ने किया। कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने में प्रवीण कुमार मिश्र, प्रदीप कश्यप और अर्चना सिंह ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया।
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