वैक्सीन न लगवानी पड़े इसके लिए नदी में मार दी छ्लांग , उपजिलाधिकारी के समझाने पर लोग नदी से निकले बाहर
वैक्सीन न लगवानी इसके लिए नदी में मार दी छ्लांग
उपजिलाधिकारी के समझाने पर लोग नदी से बाहर निकले
कोरोना वैक्सीन की भ्रांतियाँ किस कदर ग्रामीणों में फैली है
ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुँची थी । स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा गाँव में टीकाकरण कराने को सूचना मात्र से ही ग्रामीण डर गए और वह गाँव के बाहर से बह रही सरयू नदी के किनारे आकर बैठ गए । स्वास्थ्य विभाग की टीम को जब यह सूचना मिली कि ग्रामीण गाँव से बाहर नदी की तरफ है तो वह उन्हें समझाने चल दिये । अपनी तरफ टीम को आता देख कर ग्रामीण इतने भयभीत हो गए कि उन्हें भागने का रास्ता नही सूझा और वह टीम से बचने के लिए सरयू नदी में छलांग लगा ।
छलांग लगाते समय ग्रामीणों ने अपनी जान की परवाह भी नही की । ग्रामीणों को नदी में छलांग मारता देख स्वास्थ्य विभाग की टीम के हाथ पाँव फूल गए और ग्रामीणों से बाहर आने का अनुरोध करने लगे मगर ग्रामीण बाहर निकलने को तैयार नही थे ।
उपजिलाधिकारी ( रामनगर ) राजीव शुक्ल और नोडल अधिकारी राहुल त्रिपाठी के समझाने के अथक प्रयास के बाद ग्रामीण नदी से बाहर आये । माममल बाराबंकी जनपद की तहसील रामनगर के तराई के एक गाँव सिसौड़ा का है। इस गाँव मे 1500 लोग निवास करते है और टीकाकरण करवाया सिर्फ 14 लोगों ने ।
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