अयोध्या नगरी में 12 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
बता दें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्म नगरी को रोजगार हब के तौर पर ज्यादा बेहतर बनाने के निर्देश भी दिये है, ताकि युवाओं की किस्मत बदल सके।
इस वजह से सीएम की अयोध्या पर है नजर
वर्तमान में अयोध्या और आसपास के लोगों को रोजगार के लिए सीमित साधन उपलब्ध हैं। राम मंदिर के गर्भ गृह को दर्शन के लिए आने वाले लोगों को अलावा खुदरा व्यापार और सरकारी नौकरियों ही रोजगार का मुख्य साधन हैं। यहां तक कि अयोध्या में बेहतर स्वास्थय सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। इसी वजह से गंभीर रोग के मरीजों को लखनऊ इलाज के लिए आना पड़ता है। अब जब अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही अयोध्या को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करने का खाका तैयार किया गया है, तो इससे लोगों के लिए रोजगार के नये रास्ते भी खुलेंगे। उद्योग से लेकर होटल, अस्पताल की सुविधाएं बढ़ेंगी तो स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नये रास्ते खुलेंगे। सरकार की तैयारी के मुताबिक, अब तक अयोध्या में लोगों को रोजागर मुहैया करवाने के लिए नौ सेक्टर चिन्हित किये गये हैं। इसमें अध्यात्मिक पर्यटन के साथ साथ सांस्कृतिक पर्यटन, MSME, स्वास्थय, पर्यटन व्यापार, ट्रांसपोर्ट, लोजिस्टिक्स, वाणिज्य गतिविधियां और वेलनेस पर्यटन को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा होटल व्यवस्था और आवासीय व्यवस्था के जरि रोजगार के अवसर बढ़ाने पर सरकार का जोर है।
बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर अयोध्या के विकास पर विजन डाक्यमेंट का प्रेजेंटेशन देखा था, जिसमें अयोध्या को आधुनिक तरीके से विकसित करने के साथ-साथ लोगों को रोजगार दिये जाने का खाका तैयार कर दिखाया गया था।
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