अपर मुख्य सचिव आयुष सहित माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ का आदेश अवमानना वाद आदेश बेअसर प्रभाव हीन
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश गोरखपुर निदेशक आयुर्वेद द्धारा उच्च अधिकारियों के आदेशों शासनादेशों की उपेक्षा आपके बिशेष सचिव श्री सुभ्रान्त शुक्ला एवँ श्री एन के सिह जी के जनसुनवाई शिकायत का त्रुटिपूर्ण निस्तारण, अपर मुख्य सचिव के 4पत्रो का सँज्ञान न लेना,मा उच्च न्यायालय मे योजित रिट याचिका 26844/2019मे पारित आदेश 26/9/2019की अवहेलना, अवमानना वाद रिटयाचिका 3021/2019मे पारित आदेश 20/12/019 की उपेक्षा पुनः योजित अवमानना वाद रिटयाचिका 1414/2020मे पारित आदेश की उपेक्षा के क्रम मे प्रसनल ऐपिरियेन्स दिनांक 19/1/2021से बचने हेतु त्रुटिपूर्ण मिथ्या कम्पलायन्स दाखिल प्रतिशपथपत्र 15/1/2021का कम्पलायन्स आज तक नही किया गया है जिसके कारण अप्रैल 2018से पदोन्नति अवरुद्ध*है। *समायोजन ,स्थाईकरण, ज्येष्ठता सूची आदि.लम्बित है ।इस सम्बन्ध मे महामहिम राज्यपाल महोदया जी ने अपर मुख्यसचिव आयुषको पत्र लिखकर शीघ्रातिशीघ्र समास्याओं को निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया था ।मा उच्चन्यायालय मे.दाखिल प्रतिशपथपत्र मे भी न्यायालय को भ्रमित करने का प्रयास किया गया है निदेशक आयुर्बेद के उपर उच्च अधिकारियों, मा मुख्यमंत्री जी,मा मुख्यमंत्री जी के बिशेष सचिव, राज्यपाल महोदया, मा उच्चन्यायालय के आदेश अवमानना वाद आदेश आदि का कोई असर नही है*
*3साल से पदोन्नति एवँ4साल से ए सी पी के लिए फार्मासिस्ट उपेक्षा के शिकार हैशासनादेश 30/12/2013मे स्पष्टीकरण आदेश है कि10,16,एवँ26साल पर मे मिलने वाली वित्तीयस्तरोनयन समय से दिया जाए। शासन के मानक के बिपरीत एक से अधिक पटलो पर लिपिक तैनात होने से कार्य लम्बित एवँ प्रभावित है अप्रैल 2018से आयुर्बेदिक फार्मासिस्टो की पदोन्नति लम्बित एवँ.अवरुद्ध है ।आज तक आयुर्बेदिक फार्मासिस्टो की ज्येष्ठता सूची नही बनी है।सीमान्त वर्मा पटल सहायक जिनके पास लेखा सम्बर्ग सहित अतिरिक्त पटल के रुप मे फार्मासिस्टो का कार्य सौपा गया है जिसको हटाकर अन्य लिपिक को दिया जाएँ निदेशक आयुर्वेद द्वारा आदेशों शासनादेशों उच्च अधिकारियो के आदेशों की उपेक्षा फार्मासिस्टो के उत्पीड़न निदेशक महोदय की नियति बन गई है इस सम्बन्ध मे मा मुख्यमंत्री जी को लगभग लगभग दर्जनों बार पत्राचार एवँ गोरखपुर मे कैम्पकार्यालय सहित जनतादर्शन मे कई बार ब्यक्तिगत मिलकर समास्याओं को अवगत करा चुका हूँ ।लेकिन इसका कोई समाधान नही निकला मा परमश्रद्धेय मा मुख्यमंत्री जी की हनक से आयुर्बेद निदेशालय लखनऊ भयमुक्त चिन्तामुक्त है ।शासनादेश के अनुसार ए सी पी, समायोजन,स्थाईकरण, ज्येष्ठता सूची एवँ पदोन्नति किया जाए*।
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