लद्दाख में फंसे श्रमिकों की हुई घर वापसी
बहराइच। बाँसगांव सन्देश (बी0 एन0 सिंह)। चहलवा ग्राम पंचायत के श्रमिक मजदूरी के लिए लद्दाख गए थे। वहां एयरपोर्ट के टर्मिनल निर्माण में सभी काम कर रहे थे। कोरोना
संक्रमण के चलते लॉकडाउन लग गया। ठेकेदार श्रमिकों को छोड़कर फरार हो गया। ऐसे में वहां श्रमिक परेशान होने लगे। इसकी जानकारी मिलने पर गांव के
लोगों ने चंदा एकत्रित किया जिसके बाद सभी श्रमिकों की वापसी हो सकी।
मिहींपुरवा विकास खंड अंतर्गत चहलवा ग्राम पंचायत के 12 से अधिक श्रमिक मजदूरी के लिए चार माह पूर्व लेह-लद्दाख गए थे। वहां पर सभी श्रमिक एयरपोर्ट के टर्मिनल निर्माण में काम करने लगे। श्रमिकों ने बताया कि सरकार ने कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगा दिया।
ऐसे में श्रमिकों को ठेकेदार छोड़कर फरार हो गया। लॉकडाउन होने से भुखमरी की नौबत आ गई। साथ ही रेड जोन घोषित होने से श्रमिकों के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई। इस पर श्रमिक उपेंद्र ने गिरिजापुरी निवासी सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी से वार्ता कर समस्या से अवगत कराया।
जंग हिंदुस्तानी ने लेह के सांसद जामियांग शेरिंग नाम्गयाल से वार्ता की। सांसद ने श्रमिकों की पूरी मदद की बात कही।
साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता के साथ गोपिया निवासी विनोद गुप्ता समेत अन्य ने खाते में रुपये भेजे। इसके बाद सभी घर के लिए रवाना हुए।
सांसद ने एयरपोर्ट पर मौजूद रहकर सभी को हवाई जहाज से घर भेजा। बृहस्पतिवार को पहुंचे श्रमिक उपेंद्र, महातम, सुनील कुमार, ओमप्रकाश, संतोष कुमार, संतोष पुत्र अदालती, जवाहर, सतेंद्र, लाल बहादुर आदि ने खुशी जताई। साथ ही लेह के सांसद और सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी के प्रति आभार जताया। श्रमिकों ने बताया कि एक माह टर्मिनल में काम चलने के बाद कर्मचारियों और मजदूरों की कोरोना जांच की गई। जांच के दौरान 57 लोग कोरोना पॉजिटिव आ गए जिससे हवाई क्षेत्र को रेड जोन घोषित कर दिया गया। इससे काफी समस्या हुई।
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