ग्राम सभा तीयर में केवटन टोला के लोगों ने विधायक को रास्ते के लिए सौपा ज्ञापन
ग्राम सभा तीयर में केवटन टोला के लोगों ने विधायक को रास्ते के लिए सौपा ज्ञापन
बांसगांव तीयर / बांसगांव संदेश
बांसगांव ब्लॉक के ग्राम सभा तीयर के केवटन टोला के लोगो ने विधायक विमलेश पासवान को रास्ते के लिए ज्ञापन दिया और साथ ही जनसुनवाई पर रास्ते की माँग को रखा
राज्य सरकार जहाँ करोड़ों रुपए बस रोड बनवा के जनजीवन को सुगम बनाने के लिए खर्च कर रही है। वही इस गाँव मे रोड का इस तरह आभाव अकल्पनीय है । वहाँ के लोगों से बातचीत में पता चला कि वो एक बार पहले भी जनसुनवाई पर इस मुख्य रोड के लिए आवेदन किये थे पर बस तस्सली के सिवा कुछ हासिल नही हुआ। स्थानीय निवासियों ने बताया कि तीयर गाँव के किनारे ये टोला है। तीयर गांव से भी आने के लिए उचित सड़क नही है और ना कौड़ीराम गोला मार्ग लिंक कच्ची सड़क सही है बारिश के मौसम में हम लोगों का संपर्क मुख्य सड़क से पूर्ण रूप से कट जाता है दिक्कत तो यहाँ तब होने लगती है जब बारिश में पूरा रोड डूब जाता हैं। अगर उस समय किसी का भी तबीयत ख़राब हो जाता है तो हम लोगों को बहुत ही कठनाईयों का सामना करना पड़ता है हम लोग खटिये का सहारा लेकर उस पीड़ित को रोड तक पहुँचाते है फिर जा कर हमें किसी साधन को लेना पड़ता है।
बांसगांव तीयर / बांसगांव संदेश
बांसगांव ब्लॉक के ग्राम सभा तीयर के केवटन टोला के लोगो ने विधायक विमलेश पासवान को रास्ते के लिए ज्ञापन दिया और साथ ही जनसुनवाई पर रास्ते की माँग को रखा
राज्य सरकार जहाँ करोड़ों रुपए बस रोड बनवा के जनजीवन को सुगम बनाने के लिए खर्च कर रही है। वही इस गाँव मे रोड का इस तरह आभाव अकल्पनीय है । वहाँ के लोगों से बातचीत में पता चला कि वो एक बार पहले भी जनसुनवाई पर इस मुख्य रोड के लिए आवेदन किये थे पर बस तस्सली के सिवा कुछ हासिल नही हुआ। स्थानीय निवासियों ने बताया कि तीयर गाँव के किनारे ये टोला है। तीयर गांव से भी आने के लिए उचित सड़क नही है और ना कौड़ीराम गोला मार्ग लिंक कच्ची सड़क सही है बारिश के मौसम में हम लोगों का संपर्क मुख्य सड़क से पूर्ण रूप से कट जाता है दिक्कत तो यहाँ तब होने लगती है जब बारिश में पूरा रोड डूब जाता हैं। अगर उस समय किसी का भी तबीयत ख़राब हो जाता है तो हम लोगों को बहुत ही कठनाईयों का सामना करना पड़ता है हम लोग खटिये का सहारा लेकर उस पीड़ित को रोड तक पहुँचाते है फिर जा कर हमें किसी साधन को लेना पड़ता है।
"निवासी संजय निषाद ने कहा कि पिछले साल बारिश के मौसम में ही उनकी पत्नी का प्रसव होना था और बारिश में पूरा रोड डूब गया था प्रसव पीड़ा जब ज्यादा होने लगा तो टोले के लोगों की सहायता से खटिये सहारा ले कर किसी तरह गोला कौड़ीराम मार्ग ले गए फिर 108 का सहारा लिया गया तब जा के मेरी पत्नी की जान बच पाई।"
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