बलिदान दिवस पर याद की गयीं महारानी लक्ष्मीबाई
बलिदान दिवस पर याद की गयीं महारानी लक्ष्मीबाई
बडहलगंज । देश की आजादी में महिलाओं के अदम्य साहस और शौर्य की प्रतीक बन चुकीं झाँसी की महारानी वीरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर शुक्रवार को चंद्रदेव सेवा संस्थान के सदस्यों ने उन्हें नमन कर श्रद्धान्जलि दी। कार्यक्रम में संस्था के सचिव भारतीय सर्वेष कुमार मिश्र ने कहा कि अंग्रेजों के विरूद्ध युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले योद्धाओं में महारानी लक्ष्मीबाई एक प्रमुख नाम हैं । उनका संपूर्ण जीवन वर्तमान में महिला सशक्तिकरण का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत करता है । अंग्रेजी हुकुमत से संघर्ष के लिए उन्होंने ने एक स्वयंसेवक सेना का गठन किया, इस सेना में महिलाओं की भी भर्ती की गयी और उन्हें युद्ध का प्रशिक्षण दिया गया। झाँसी की आम जनता ने भी इस संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई का साथ दिया । अखिलेश मिश्र, त्रिभुवन यादव व नितेश तिवारी ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई मराठा शासित झांसी राज्य की रानी थी। 1857 के प्रथम भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में वे अंग्रेजों से डंटकर लड़ीं । वे ऐसी वीरांगना थीं जिन्होंने कम उम्र में ही ब्रिटिश साम्राज्य की सेना से मोर्चा लिया और लड़ते-लड़ते शहीद हो गयीं, वे हम सभी के लिए प्रेरणा हैं । इस अवसर पर रुद्रेश कुमार मिश्र, अभिषेक दुबे, आराध्य मिश्र, अमन यादव, अनूप यादव, सत्येंद्र प्रजापति आदि उपस्थित थे ।
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