राजकीय पशु चिकित्सालय से बारिश का पानी टपकने से अभिलेख व दवा हो रहे है बर्बाद
राजकीय पशु चिकित्सालय का निर्माण कराया गया था। यहां पर पशु चिकित्सक समेत अन्य कर्मचारियों की तैनाती की गई। पशुपालक यहां पर मवेशियों का इलाज भी कराते हैं, लेकिन भवन जर्जर हो गया है। बारिश में छत से पानी टपकता है। इससे उपकरण व अभिलेख खराब हो रहे हैं। भवन की मरम्मत करने के लिए पशु चिकित्सक ने विभागीय अधिकारी से मांग की थी, लेकिन इस ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
विकास खंड उरुवाँ स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय का निर्माण वर्ष 1965 मे किया गया था। इस अस्पताल में , पशुधन प्रसार अधिकारी की तैनाती की गई है। पशुधन प्रसार अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि अस्पताल का भवन जर्जर हो चुका है। डॉक्टर व कर्मचारी के बैठने वाले कमरे में *बारिश* में छत से पानी टपकता है। दवाओं को बचाने के लिए कोई उपाय नहीं है।
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