बाल विकास विभाग के कार्मिकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया
देवरिया। बांसगांव संदेश। 14 जुलाई। आयुक्त गोरखपुर द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में जनपद में बाल विकास विभाग के कार्मिकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया। यह प्रशिक्षण शिशु मृत्यु दर में कमी, मातृ मृत्यु दर में कमी, कुपोषण की दर में कमी, मातृत्व पोषण, मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड, कोविड-19 टीकाकारण की जागरूकता, कोविड-19 संक्रमित माताओं में स्तनपान को बढ़ावा, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एंव पोषण दिवस (वी0एच0एस0एन0डी0) की गुणवत्ता में सुधार के साथ संचारी रोगों में जागरूकता हेतु सहायक होगा।
यह प्रशिक्षण आयुक्त द्वारा नामित प्रवीण दूबे, आई0वाई0सी0एफ0 समन्वयक, गोरखपुर, आई0एम0 ओझा, नाजमीन खान, उषा दूबे, सुरेश तिवारी, मण्डल समन्वयक-यूनीसेफ के द्वारा सम्पन्न कराया गया। इस प्रशिक्षण में जनपद स्तर पर राजेश गुप्ता, डी0सी0पी0एम0 एवं युनीसेफ उ0प्र0 के द्वारा भी सहयोग किया गया। इस हेतु जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन द्वारा नामित नोडल अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कान्त राय उपस्थित रहे तथा पूरे कार्यक्रम के सफल सम्पादन में इनकी महत्वपूर्ण भुमिका रही।
प्रशिक्षुओं को दिए गए प्रशिक्षण का प्री-टेस्ट व पोस्ट टेस्ट किया गया, जिसमें इनके कार्यक्षमता व ज्ञानवर्धन में काफी परिवर्तन परिलक्षित हुआ। प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं को प्रशस्ति पत्र परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण संजय कुमार पाण्डेय के द्वारा दिया गया एवं उनके द्वारा इनके उज्वल भविष्य की कामना की गयी। प्रशिक्षण के सभी बिन्दुओं पर आयुक्त द्वारा प्रतिदिन समीक्षा भी की गयी। इस प्रशिक्षण को आगे भी जारी रखा जायेगा।
इस प्रशिक्षण से प्रभावित होकर महराजगंज जनपद के मुख्य विकास अधिकारी के सुझाव के क्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने अपने जनपद में भी कराने की मंशा जाहिर किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कान्त राय ने बताया कि ग्राम स्तर पर कार्य करने वाली कार्यकत्रियों का क्षमता वर्धन भी किया जायेगा, जिससे मा0 मुख्यमन्त्री जी के मंशा के अनुरूप ग्राम स्तरीय गर्भवती व धात्री महिलाओं के साथ-साथ बच्चों के कुपोषण व शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर को कम करने में सफलता मिलेगी। समापन कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना अधिकारी गौरी बाजार सत्येन्द्र कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि इस प्रशिक्षण का अयोजन होना अत्यन्त आवश्यक था। प्रशिक्षण में बतायी गयी महत्वपूर्ण बातों को सभी प्रशिक्षुओं को अपने निचले स्तरों पर भी जागरूकता करनी चाहिए। उपरोक्त प्रशिक्षण में यूनीसेफ की न्यूट्रिशन शाखा द्वारा सहयोग प्रदान किया गया।
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