गगहा गोरखपुर।ग्रामीणों ने नाली निर्माण कार्य मेंअनियमितता की की शिकायत
गगहा गोरखपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-29 पर स्थित मझगावा चौराहे से करवल माता की मन्दिर के आगे तक नाली निर्माण का मामला
गोरखपुर-वाराणसी राजमार्ग-29पर फोरलेन निर्माण का कार्य चल रहा है.वही कुछ चौराहों पर अण्डरपास का निर्माण कार्य भी चल रहा है.जिसी क्रम में करवल मझगांवा चौराहे पर भी अण्डरपास का निर्माण कार्य चल रहा है.वही चौराहे पर पानी निकासी के लिए करवल मझगांवा चौराहे से करवल माता मन्दिर के आगे गिरिजेश सिंह के मकान तक नाली का निर्माण कार्य चल रहा है.धीमी गति से निमार्ण कार्य होने से जहां आम जनमानस को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है वहीं लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि नाली निर्माण में कहीं कहीं बिजली के पोल भी नाली में आ जा रहे हैं जिससे लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि कैसे नाली के अन्दर बिजली के पोल आ रहे हैं वहीं कार्यदाई संस्था द्वारा कही कही नाली को घुमा दे रहे हैं जिससे लोगों को दिक्कतें भी आ रही है पूछने पर कार्यदाई संस्था के कर्मचारी कुछ नहीं बता रहे हैं जिसके कारण लोगों में काफी नाराजगी है।
वहीं टिकरी निवासी अमर बहादुर सिंह ने बताया कि फोरलेन निर्माण कार्य के साथ ही चौराहों पर नाली निर्माण कार्य चल रहा है नाली निर्माण में कार्यदाई संस्था का कहीं कोई मानक नहीं हैं पूछने पर कुछ भी नहीं बताते हैं।
वहीं अखिलेश शुक्ल ने बताया कि चौराहे पर अण्डरपास का निर्माण कार्य चल रहा है उसके बाद नाली निर्माण कार्य चल रहा है निर्माण कार्य काफी धीमी होने के कारण हमारे जैसे छोटे दुकानदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सिहाईजपार निवासी प्रदीप शाही का चौराहे पर दुकान है चौराहे पर अण्डरपास का निर्माण कार्य चल रहा है व उसके साथ नाली निर्माण कार्य भी चल रहा है लेकिन नाली निर्माण कार्य काफी धीमी गति से होने के कारण हम सभी को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है वरसात के समय तो बहुत ही ज्यादा दिक्कत हो रही है।
वही अतायर निवासी सुशील यादव बताते हैं कि फोरलेन के बगल में बन रही नाली निर्माण कार्य हो चल रहा है कहीं नाली के अन्दर बिजली के पोल आ रहे हैं व कहीं कहीं नाली को सुविधा के अनुसार घुमा दे रहे हैं जो समझ के परे है।
वहीं जिस मकान की छतिपुर्ती विभाग द्वारा दिया जा चुका है लेकिन उसे तोड़ा नहीं गया उल्टे ही नाली सवा मीटर मकान को बचाते हुए मोड़ दिया जा रहा है। कहीं मैनेज का खेल तो नहीं शुरू हो रहा है जिससे लोगों में गलत संदेश जाएगा। संबंधित विभाग इस मामले को अपने सज्ञान में लेते हुए उचित कार्रवाई करे जिससे मामले का निस्तारण समय से हो सके। तथा पीड़ित किसानों का नुकसान न हो।
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