पर्यावरण के लिए फसल अवशेष जलाना हानिकारक: रामअधार
पर्यावरण के लिए फसल अवशेष जलाना हानिकारक: रामअधार
#- फसल अवशेष प्रबन्धन पर किसानों को विस्तार से दी गई जानकारी
गोला गोरखपुर। विगत कई वर्षों से गेहूं धान सहित अन्य फसलों के अवशेष को खेत में जलाने से प्रदूषण बढ़ने से पर्यावरण के लिए खतरा बनता जा रहा है। इस समस्या से निजात पाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने धुरियापार चीनी मिल परिसर में गैस का बड़ा प्लांट लगाने का निर्णय लिया जो फसल अवशेष से ही संचालित होगा। जिसके लिए धान का पुआल गोबर एवं अन्य पदार्थ एकत्रित कर प्लांट से गैस उत्पादित होगी। उक्त बातें शुक्रवार को उपनगर गोला के बेवरी चौराहे पर स्थित आनंद वर्धन तिवारी एग्री जंक्शन पर किसान भाइयों की आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि पूर्व अपर जिला कृषि अधिकारी राम अधार यादव ने जानकारी देते हुए कहीं। आगे कहा कि पीआरईएस पीएल कंपनी को इस कार्य के लिए सौंपा गया है। कंपनी किसानों के खेत से फसल अवशेष एवं पशुपालकों से गोबर लेकर प्लांट को निर्धारित रूप से आपूर्ति करेगी जिससे गैस कंपनी गैस का निर्माण कर क्षेत्र के लोगों के लिए लाभकारी योजना है। जबकि प्लांट का शिलान्यास उत्तर प्रदेश सरकार की एसएससी मुख्यमंत्री द्वारा गत वर्ष हुई चीनी मिल परिसर में किया गया है। गोष्ठी में पुनीत कुमार श्रीवास्तव ने कंपनी कैसे किसानों के यहां से फसल अवशेष एकत्रित करेगी एवं प्लांट को देगी किसानों को इससे क्या लाभ होगा इस पर विस्तार से जानकारी दी। गोष्ठी को प्रधान प्रतिनिधि सेमरी सदन तिवारी संतोष तिवारी उदय प्रताप पाल राज नरायन अन्नू तिवारी ने भी संबोधित किया।गोष्ठी की अध्यक्षता प्रगतिशील किसान निशीथ राय ने व संचालन बीटीएम अखिलेश पांडेय ने किया।इस अवसर पर भास्कर तिवारी वेद यादव राजेश राय प्रेम शंकर मिश्र भूमती तिवारी रामग्रीस यादव रामानंद तिवारी अनूप कुमार रिंकू तिवारी सहित आदि किसानगण मौजूद रहे।
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