मनरेगा मजदूरों का रोजी-रोटी प्रति दिन चलता रहे बरसात का पानी तालाबों में भरने से मजदूरों का कार्य नहीं होना चाहिए प्रभावित
गोरखपुर। बरसात के दौरान तालाब व चकरोड बनाने का कार्य बंद होने के कारण मनरेगा मजदूरों का कार्य प्रभावित हुआ है गोरखपुर जनपद में 1691 मजदूरों का कार्य प्रतिदिन चलता रहे अधूरे पड़े सार्वजनिक शौचालयों को पूर्ण कराया जाए जिससे मनरेगा मजदूरों का कार्य रोजी रोटी हेतु चलता रहे क्योकि पूर्व की भांति वर्तमान में मनरेगा मजदूरों की सख्या बड़ गया है। कोरोना वायरस को लेकर घर लौटे प्रवासी मजदूर और पहले से यहां रह रहे मजदूरों के जीने का एक मात्र सहारा मनरेगा ही है । परंतु बरसात होने से तालाब सौंदर्यीकरण व रोड चौड़ीकरण तथा मरम्मत का कार्य बंद पड़ गया है। वहां पानी लगने से काम ठप पड़ गया है । आगे तो लगातार मानसून की बारिश शुरू होनी अभी बाकि है । इस परिस्थिति में करीबन मनरेगा मजदूरों के सामने संकट की बादल मंडराने लगेगा । एक तो प्रदेशों में पढ़ लिखकर नौकरी करने गये युवाओं की नौकरी भी वायरस ने पहले ही छीन ली है । मजबूरी में मजदूर भी बने थे । मगर अब मौसम के बदले मिजाज ने उसपर भी ग्रहण की लकीरे खीचना शुरू कर दिया है क्योंकि इसी मनरेगा मे काम कर उससे घर का खर्चा चल रहा था । यह दर्द अकेले एक मजदूर का नही बल्कि मनरेगा मे काम करने वाले हर पंचायत के जॉबकार्डधारी परिवार के मजदूरों का है । लेकिन सीडीओ इंद्रजीत सिंह ने वीडियो के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि मजदूरों का काम नहीं रुकना चाहिए गांव में पंचायत भवन व सार्वजनिक शौचालयों का जहां कार्य अपूर्ण है उसे पूर्ण कराने का कार्य करें जिससे मनरेगा मजदूरों की मजदूरी निकल सके और मजदूरों के बच्चों का जीवकोपार्जन हो सके बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सुमित्र महाजन डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर पीडी सहित जनपद के ब्लॉक विकास अधिकारी सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।
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