हुसैनी जामा मस्जिद बड़गो में अशरफुल फुकहा का मनाया उर्स-ए-पाक
हुसैनी जामा मस्जिद में अशरफुल फुकहा का मनाया उर्स-ए-पाक
गोरखपुर। हुसैनी जामा मस्जिद बड़गो में बाद नमाज़ जुमा अशरफुल फुकहा हज़रत मुफ़्ती मोहम्मद मुजीब अशरफ क़ादरी अलैहिर्रहमां का उर्स-ए-पाक अकीदत के साथ मनाया गया। क़ुरआन ख़्वानी, फातिहा ख़्वानी व दुआ ख़्वानी के जरिए अकीदत का नज़राना पेश किया गया। उर्स-ए-पाक की महफिल में नायब काजी मुफ़्ती मोहम्मद अज़हर शम्सी ने कहा कि अशरफुल फुकहा हज़रत मुफ़्ती मोहम्मद मुजीब अशरफ आलिमे बाअमल व आबिदो जाहिद थे। आपने कई मदरसे व मस्जिदें कायम की। देश व विदेश में दीन-ए-इस्लाम का खूब प्रचार प्रसार किया। आपने करीब 37 हज व अनगिनत उमरा अदा किया। आपका विसाल 15 ज़िल हिज्जा 1441 हिजरी (6 अगस्त 2020) में हुआ। आपका मजार नागपुर, महाराष्ट्रा में है।
कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान व कोरोना से निजात की दुआ मांगी गई। अकीदतमंदों में शीरीनी बांटी गई। उर्स-ए-पाक की महफिल में मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान बरकाती, हाफ़िज़ शहनवाज आलम, जुबैर आलम, अजमल हुसैन, नूरुल हक, गुलाम मुस्तफा, फैसल, शारिक अली, महताब आलम, आफताब आलम सहित तमाम नमाज़ियों ने शिरकत की।
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