"चौरी-चौरा शहीद सम्मान ट्रस्ट" का हुआ गठन, कालीशंकर अध्यक्ष चुने गए
चौरीचौरा गोरखपुर। चौरी चौरा स्थित सांझा चूल्हा पर 4 फरवरी 1922 मे घटित चौरी चौरा जन विद्रोह मे फांसी पर झूल कर शहीद हुए व उम्र कैद तथा जेल की सजा प्राप्त किए सेनानियों के परिवार के लोग और वंशज तथा क्षेत्र के प्रबुद्ध नागरिक, समाजसेवी और राजनीतिज्ञों ने बैठक कर "चौरी-चौरा शहीद सम्मान ट्रस्ट" के गठन का निर्णय लिया है। बैठक में सर्वसम्मति से समाजवादी नेता काली शंकर को "चौरी चौरा शहीद सम्मान ट्रस्ट" का अध्यक्ष चुना गया। शीघ्र ही ट्रस्ट की पूरी कमेटी घोषित कर दी जाएगी। काली शंकर ने बताया कि "चौरी-चौरा शहीद सम्मान ट्रस्ट" के माध्यम से हम चौरी चौरा जन विद्रोह के शहीदों, उम्र कैद प्राप्त, जेल गए तथा अपना योगदान देने वाले सेनानियों के सम्मान में तथा उनके परिवारों व वंशजों के कल्याणार्थ विभिन्न कार्यक्रमों व आयोजनो का संचालन करेंगे तथा इसके अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर इनके हितों व सम्मान हेतु सरकार के समक्ष मांगे प्रस्तुत करना अथवा न्यायालय में याचिका दाखिल कराना व समय-समय पर विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं व किताबों के प्रकाशन वह प्रसारण का भी काम किया जाएगा।
बैठक में प्रमुख रूप से शहीद लाल मोहम्मद के परिवार से मैनुद्दीन, सरफराज शहीद अब्दुल्ला के परिवार से शहादत, सौदागर शहीद दुधई भर के परिवार से कमला, मुसाफिर शहीद रुदली केवट के परिवार से रामबचन निषाद, शिवानंद, जयप्रकाश यादव, एडवोकेट रंजीत, पिंटू पासवान रामनिवास यादव, राघवेंद्र मिश्र, पवन जयसवाल, रामकरण पटवा, विनय राजभर, अमीरुद्दीन, लाल बहादुर, करण पासवान, गणेश निषाद आदि उपस्थित थे।
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