आत्मनिर्भरता का उन्नयन ही नए भारत का आधार: डॉ.आमोद
"पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के एकात्म मानववाद में व्यक्ति का आत्मनिर्भर होना ही नए भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। बालक के जन्म से ही उसके विकास में आत्मनिर्भरता का विकास करने के साथ-साथ व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र के हित को सर्वोपरि समझने की क्षमताओं का उन्नयन ही एकात्म मानववाद की मूल अवधारणा है।" उक्त बातें एस आर डिग्री कॉलेज गजपुर बांसपार गोरखपुर के सभागार में पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के अवसर पर बोलते हुए बुद्ध पीजी कॉलेज कुशीनगर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ आमोद कुमार राय ने कही। इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ विजय प्रकाश ने कार्यक्रम का विषय *नवभारत निर्माण में एकात्म मानववाद की उपादेयता* का प्रवर्तन किया और वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश त्रिपाठी, विवेक कुमार गुप्ता, अखण्ड प्रताप सिंह सहित छात्रा ज्योति व पल्लवी ने अपने विचार रखे। दीनदयाल जी के अवदानो पर विचार व्यक्त करते हुए प्राचार्य डॉ अशोक कुमार श्रीवास्तव ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उपप्रबंधक अजीत कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न और उत्तरीय से विभूषित किया। इस अवसर पर शिक्षक खुशबू, अभयराज, विनोद, पूजा एवं रुक्मिणी सहित शुभ्रांश, अशरफ, श्याम, प्रतीक, नाजिया, रीना, गुड़िया आदि छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन दिलीप गौड़ ने किया।
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