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    हिंदी हिन्दुस्तान की सिर्फ राष्ट्र भाषा ही नहीं, बल्कि हिन्दुस्तानियों की पहचान भी है - डॉ. के.एन. पाठक



    ब्रह्मपुर गोरखपुर। अखिलभाग्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानापार में हिंदी दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान भाषण एवं निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र छात्राओं ने बढ़चढ़ कर प्रतिभाग किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य कृष्णानंद पाठक ने कहा कि हिंदी भारत ही नहीं विश्व में कई देशों में बोली जाने वाली भाषा है। दुनिया में बोली जाने वाली भाषा में हिंदी का तीसरा स्थान है। उन्होंने कहा कि हिंदी हिन्दुस्तान की सिर्फ राष्ट्र भाषा ही नहीं, बल्कि हिन्दुस्तानियों की पहचान भी है। हमें राष्ट्र भाषा हिंदी को कभी नहीं भूलना चाहिए। अपनी राष्ट्र भाषा के विकास में सतत प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर डॉ अभय प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया। छात्र जगदीश कुमार प्रजापति व परशुराम ने कविता पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रागिनी राय ने किया जबकि आभार ज्ञापन डॉ शालिनी सिंह ने किया। इस अवसर पर डॉ रुपा सिंह, डॉ. अनुपम सिंह, डॉ. मोहिनी मौर्य, डॉ. आराधना सिंह, डॉ. राजेश्वर मिश्र, अशोक मिश्र, डॉ. अजय ओझा, डॉ. मनीष, रितेश शर्मा, विजय वर्मा, संतोष, डॉ. सरवर अहमद, राणा गौरव सिंह, अनिरुद्ध चौरसिया, राजेश सिंह, आरती माला सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।


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