काजल हत्याकांड: आरोपित हरीश चढ़ा पुलिस के हत्थे, एडीजी ने दिया थानेदार को हटाने का आदेश
एडीजी ने एसएसपी को पत्र लिखकर ऑपरेशन 15,बीट पुलिसिंग,ऑपरेशन तमंचा, ऑपरेशन दस्तक में लापरवाही के चलते थानेदार को हटाने का दिया आदेश
गोरखपुर ब्यूरो। बांसगांव संदेश।गगहा थाना क्षेत्र अंतर्गत जगदीशपुर भलुवान में 20 अगस्त की रात पिता राजीव नयन सिंह की पिटाई का वीडियो बना रही मां-बाप की इकलौती बेटी काजल(17) की गोली मारकर हत्या कर फरार चल रहे विजय प्रजापति के साथी आरोपी हरीश को पुलिस ने गुरुवार दोपहर को गगहा थाना क्षेत्र के भलुआन अंडरपास के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है।उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।पुलिस ने उसके पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद किया है।
हरीश हाशिमपुरा, देवबंद का रहने वाला है। उसके खिलाफ पहले से भी कई केस दर्ज हैं। साल 2018 में गगहा इलाके के ग्राहक सेवा केंद्र पर हुई लूट की वारदात में भी हरीश शामिल रहा है। अब फरार मुख्य आरोपी शातिर अपराधी विजय प्रजापति की तलाश भी तेज हो गई है।
हरीश और विजय ने मिलकर ग्राहक सेवा केंद्र संचालक से की थी लूट: अगस्त 2021 में उसने और विजय प्रजापति ने गगहा स्थित पांडे ढाबा के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग 29 पर दिनदहाड़े ग्राहक सेवा केंद्र संचालक से पिस्टल सटाकर लूट की थी। संचालक के बैग से ₹48700 और एक लैपटॉप मिला था। लूट के बाद दोनों फरार हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज किया।
एडीजी ने दिया थानेदार को हटाने का आदेश : ऑपरेशन 15, बीट पुलिसिंग, ऑपरेशन तमंचा, ऑपरेशन दस्तक पर काम न करने पर थानेदार गगहा अमित दुबे को हटाकर सीओ के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के लिए एडीजी ने एसएसपी को पत्र लिख दिया है।
जांच के दौरान ऑपरेशन तमंचा, ऑपरेशन दस्तक, बीट पुलिसिंग पर बिल्कुल भी काम नहीं हुआ था इस वजह से थानेदार अमित कुमार दुबे को हटाने का आदेश दिया गया है। सीओ पर भी कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में एसएसपी को पत्र लिखा है।
-अखिल कुमार, एडीजी
एडीजी ने किया था निरीक्षण :
बुधवार को एडीजी अखिल कुमार खुद घटनास्थल का निरीक्षण किया और आरोपी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित करने के साथ ही जल्द ही गिरफ्तारी का आदेश दिया था। इसके बाद ही पुलिस ने हरीश को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में मुख्य आरोपी विजय प्रजापति अभी फरार चल रहा है। इसके पूर्व में पुलिस ने विजय की मां को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
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