Header Ads

ad728
  • Breaking News

    जनपद न्यायालय देवरिया में राष्ट्रीय लोक अदालत का किया गया आयोजन

    👉किया गया 31,857 वादों का निस्तारण । 
    देवरिया। बांसगांव सन्देश ।  माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया श्री रवि नाथ के निर्देशन में दिनांक 11.09.2021 दिन शनिवार को सुबह 10.00 बजे राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया। उक्त अवसर पर माननीय जनपद न्यायाधीश श्री रवि नाथ, राष्ट्रीय लोक अदालत नोडल अधिकारी श्री लोकेश कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री सूर्य कान्त धर दूबे, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के सचिव न्यायाधीश आरिफ निसामुद्दीन खान एवं अन्य सम्मानित न्यायाधीशगणों द्वारा फीता काटकर एवं मॉ सरस्वती प्रतिमा का माल्यार्पण एवं द्विप प्रज्जवलन के साथ राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ किया गया।
       
      उक्त अवसर पर माननीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री रजनीश कुमार देवरिया द्वारा कुल 02 वादों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी श्री कृष्ण यादव द्वारा कुल 48 मामलें का निस्तारण किया गया तथा मु0-2,08,29,600-रूपये की धनराशि प्रतिकर के रूप में दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अरविंद कुमार द्वारा कुल 07 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-1800/- रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश इण्दिरा सिंह द्वारा कुल 09 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-4500/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश संध्या श्रीवास्तव द्वारा कुल 52 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-16,500/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पाक्सो एक्ट) श्री राकेश पटेल द्वारा कुल 01 वादों का निस्तारण किया गया। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्री मोहन लाल विश्वकर्मा द्वारा 14 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय-2 श्री मनोज कुमार मिश्र द्वारा 15 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्य कान्त धर दूबे द्वारा कुल 872 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-2,58,590/-रूपये की धनराशि जुर्माना के रूप में दिलाया गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तहरीम खान द्वारा कुल 847 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-57,820/-रूपये की धनराशि जुर्माना के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (सी0डी0) शिवेन्द्र कुमार मिश्र द्वारा द्वारा कुल 12 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-72,39,350/-रूपये की धनराशि जुर्माना के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (सी0डी0)/एफ0टी0सी-1 इशरत प्रवीन फारूकी द्वारा कुल 244 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-19,800/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (जू0डी0) स्वर्णमाला सिंह द्वारा कुल 14 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-74,74,133/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रिया कुमारी राय द्वारा कुल 350 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-14,790/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (जू0डी0) अंकित राज सिंह द्वारा कुल 303 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-10,700/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (जू0डी0) नीलम वर्मा द्वारा कुल 43 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-860/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (जू0डी0) आदित्य जायसवाल द्वारा कुल 73 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-1400/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (जू0डी0) कुॅवर रोहित आनंद द्वारा कुल 36 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-460/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (जू0डी0) अमन कुमार द्वारा कुल 26 वादों का निस्तारण किया गया तथा मु0-520/-रूपये की धनराशि जुर्माने के रूप में दिलाया गया। सिविल जज (जू0डी0) आकांक्षा सिंह द्वारा कुल 01 वाद का निस्तारण किया गया। सिविल जज (जू0डी0) अतुल द्वारा कुल 02 वाद का निस्तारण किया गया। सिविल जज (जू0डी0)/एफ0टी0सी0 द्वितीय मनोज कुमार यादव द्वारा कुल 05 वाद का निस्तारण किया गया।
       इस प्रकार इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल मिलाकर 31,857 मामलों का निस्तारण किया गया। प्रतिकर, जुर्माना एवं अन्य मांमलों में कुल मु0-8,08,41,537/- रूपये की धनराशि का सेटलमेण्ट किया गया। इस लोक अदालत में मुख्य रूप से समस्त सम्मानित न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण, वादकारीगण तथा सामान्य जनता उपस्थित रही। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश आरिफ निसामुद्दीन खान के अथक प्रयास से इस लोक अदालत का सफल आयोजन सम्पन्न हुआ तथा इसके लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
       उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव हेतु सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया एवं न्यायालय परिसर में कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से सभी लोगों का थर्मल स्क्रििनिंग के माध्यम से जॉच कराया गया। इस दौरान सभी लोगों निरंतर मास्क लगायें रहें तथा अपने हाथों को सेनेटाईज करते रहें।

    कोई टिप्पणी नहीं

    thanks for comment...

    Post Top Ad

    ad728

    Post Bottom Ad

    ad728
    ad728