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    गगहा गोरखपुर ।महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए केवीके की महत्वपूर्ण भूमिका


    गगहा गोरखपुर ।आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र बेलीपार गोरखपुर पर आज दिनांक 15.09.2021 को माननीय कुलपति प्रोफेसर  विजेंद्र सिंह एवं निदेशक प्रसार डॉक्टर ए पी राव ने केंद्र का भ्रमण किया एवं महिलाओं के लिए चल रहे रोजगार परक प्रशिक्षण शीर्षक फल एवं सब्जियों का परिरक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने में कृषि विज्ञान केंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है और कृषि विज्ञान केंद्र को निरंतर महिलाओं को आर्थिक रूप से सफल बनाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय से आए हुए रावे के छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि यहां से विभिन्न विषयों में व्यवहारिक प्रशिक्षण प्राप्त कर गांव में प्रसार करने और उसके प्रभाव का आकलन कर अनुभव प्राप्त करना चाहिए। महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा समूह बनाकर कृषि एवं पशुपालन संबंधित उत्पादों का प्रशिक्षण प्राप्त कर कृषि विज्ञान केंद्र से सहयोग प्राप्त कर स्वयं के उत्पाद तैयार कर सीधे मार्केटिंग से जुड़कर अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर महिलाओ को खुद से स्वावलंबी बनने की बात की
    निदेशक प्रसार प्रोफेसर ए पी राव ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत अपने स्वयं का व्यवसाय आरंभ करें एवं तकनीकी सहयोग के लिए निरंतर कृषि विज्ञान केंद्र के
     संपर्क में बने रहे।
    माननीय कुलपति महोदय द्वारा प्रक्षेत्र पर लगे पाली हाउस एव नेट हाउस मे लगे पपीता, खीरा, शिमला मिर्च, आदि के नर्सरी एवं प्रक्षेत्र पर मदर प्लांट हेतु लगे विभिन्न फलों जैसे आम, लीची, अमरूद, जामुन ,अनार, मौसमी, बेल, पनियाला ,संतरा, चीकू आदि की 48 प्रजातियों का अवलोकन किया साथ ही राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों का निरीक्षण भी किया। इसके साथ साथ प्रक्षेत्र पर केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ एसके तोमर के निर्देशन में चल रहे  अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान फिलिपींस एवं अन्य संस्थानों द्वारा प्राप्त धान की कुल 64 प्रजातियों के क्राफ्ट कैफेटेरिया का भी अवलोकन किया केंद्र पर चल रहे विभिन्न प्रदर्शन इकाइयों जैसे मधुमक्खी पालन, मशरूम ,मुर्गी पालन ,वर्मी कंपोस्ट, बकरी पालन, एजोला, मत्स्य पालन, इत्यादि के बारे में उचित सलाह देते हुए बताया कि केंद्र के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों को और मेहनत कर प्रक्षेत्र को और विकसित कर जनपद के किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाएं कार्यक्रम को सफल बनाने में केवीके के वैज्ञानिक डॉ एस पी सिंह डॉक्टर एस के सिंह डॉक्टर कंचन डॉक्टर शैलेंद्र सिंह डॉक्टर नीतीश पांडे एनपी शाही मनीष सिंह शालिनी अलका राय प्रेम आनंद आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

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