Header Ads

ad728
  • Breaking News

    राबिया सैफी की हत्या के विरोध में एआईएमआईएम ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

    *राबिया सैफी की हत्या के विरोध में एआईएमआईएम ने डीएम को सौंपा ज्ञापन*

    *राबिया सैफी की हत्या से मर्माहत है समाज : मोहम्मद इस्लाम*  

    *राबिया सैफी के दरिंदों को मिले सख्त सजा : शोएब सिमनानी* 

    गोरखपुर l राबिया सैफी की हुई जघन हत्या के विरोध में ऑल इंडिया मजलिस - ए - इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के जिलाध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम एवं महानगर अध्यक्ष शोएब खान सिम्नानी के संयुक्त नेतृत्व में नगर निगम से जुलूस निकालकर टाउनहॉल होते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर सभा में परिवर्तित हो गया। सभा से पहले जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में सिटी मजिस्ट्रेट को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर दरिंदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई। प्रदर्शन के मुख्य अतिथि एआईएमआईएम के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य समीर सिद्दीकी थे। 
    सभा को संबोधित करते हुए 323, गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी एवं   एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में भारत में बेटियां सुरक्षित नहीं है। जिसका परिणाम स्वरूप रहा कि राबिया सैफी की निमर्मता के साथ हत्या कर दी गई और दिल्ली प्रशासन मौन है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस डिफेंस में कार्यरत एक 23 वर्षीय राबिया सैफी की बेरहमी के साथ की गई हत्या दुखद है। राबिया एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती थी। जिसकी हत्या पर दिल्ली पुलिस मौन है। हद तो यह है कि पुलिस अभी तक हत्या की जांच के लिए राबिया के परिजनों से मुलाकात करना भी उचित नहीं समझा है। जो कहीं से भी न्याय उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा का नारा है कि बेटी बचाओ बेटी, पढ़ाओ लेकिन भाजपा के शासनकाल में पुलिस में कार्यरत राबिया जैसी लड़कियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। इस्लाम ने कहा कि देश के अंदर किसी भी मजहब से ताल्लुक रखने वाली अगर महिलाएं और लड़कियां हैं। उनके साथ अगर दुष्कर्म जैसी घटना होती है तो समाज के जागरूक लोगों को सड़कों पर उतर कर इसका जमकर विरोध प्रदर्शन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल दुखा देने वाली घटना मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना है। जिससे समूचा समाज को उद्देलित कर दिया है। हैवानियत की सारी प्रकाष्ठा को पार कर देने वाले दरिंदे अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इस्लाम ने कहा कि राबिया की हत्या एक सोची समझी साजिश का नतीजा है। कुंभकरणी नींद में सोने वाली हुकूमत को जगाने के लिए के कार्यकर्ताओं को मजबूत होकर धरना प्रदर्शन करने की जरूरत है। जिलाध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम ने राबिया सैफी के परिजनों को 50 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति, परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने एवं सीबीआई जांच की मांग के साथ ही राबिया सैफी के परिजनों को सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग किया है।
     इस मौके पर एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष शोएब खान सिम्नानी ने कहा कि राबिया सैफी की हत्या पर सबको गम है। राबिया को न्याय दिलाने के लिए सभी सीमाओं को लांघ कर एक होकर न्याय दिलाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राबिया के हत्या की सीबीआई जांच कराकर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने की जरूरत है। सिमनानी ने कहा कि देश की कुछ तथाकथित सेक्युलर लर पार्टियां आम अवाम का वोट तो लेती हैं। लेकिन उनकी बुनियादी अधिकारों के लिए लड़ाई नहीं लड़ती हैं। जो अपने आप में चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं और बच्चियों पर बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में महिलाओं और लड़कियों के साथ जघन अपराध हो रहा है। उसके बावजूद भी सरकार कार्रवाई करने में असफल है। सभा का संचालन मोहम्मद कैश अंसारी ने करते हुए कहा कि राबिया को न्याय मिलने तक हम सभी का संघर्ष जारी रहेगा। 
    प्रदर्शन में मुख्य रूप से समीर सिद्दीकी, महिला सभा की महानगर अध्यक्ष नीलम मिश्रा, आसिया सिद्दीकी, अकबर अली, सानू खान, मोहम्मद वसीम, शाहिद अली, अहमद अली, रोहित कुरैशी, आरिफ जमा अंसारी, मोहम्मद फैजुद्दीन, मोहम्मद बिलाल, गुलाम जिलानी अशरफी, आफताब आलम, मुहम्मद सारिम, मास्टर वसीम, वसीउल्लाह, सिराज, मोहम्मद अनस, समीर सिद्दीकी, मोहम्मद अनस सुहेब, कुरैशी, महमूद, बिलाल,अहसान अंसारी, रईस अहमद, शरीफ अहमद, आसिफ, सिराज एवं अबरार अहमद सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

    कोई टिप्पणी नहीं

    thanks for comment...

    Post Top Ad

    ad728

    Post Bottom Ad

    ad728
    ad728