इकलौती बेटी काजल के ब्रह्मभोज पर फफक पड़े माता-पिता
गोरखपुर ब्यूरो। बांसगांव संदेश। पिता को बचाने में शहीद हुई दिवंगत काजल (17 वर्ष) के पिता राजीव नयन सिंह और माता सत्यावती ने कभी सपने में भी नही सोचा होगा कि वे अपने इकलौती बेटी का ब्रह्मभोज करेंगे। शादी के काफी समय तक कोई संतान नहीं थी। काफी पूजा-पाठ के बाद काजल का जन्म हुआ था। उस समय परिवार में खुशी का कोई ठिकाना नहीं था।
माता पिता का सपना था कि अपने होनहार बेटी को बढ़िया से पढ़ा-लिखा करके डॉक्टर बनाएंगे। और अच्छे घर रिश्ता करके काजल को डोली में विदा करेंगे।
लेकिन मंगलवार को काजल के ब्रह्मभोज पर जुटे इष्टमित्रों की आवभगत करते हुए पिता की आंखें अक्सर सजल हो जाया कर रहीं थीं। जो बेबस पिता के अंदर का दर्द खुदबखुद बयां कर रही थी। पिता के ऊपर आए काल को अपने सर लेकर शहीद हुई इकलौती बेटी काजल के ब्रह्मभोज कार्यक्रम के बाद माता-पिता फफक कर रो पड़े।
ब्रह्मभोज में जुटने वाले लोगों के चेहरे पर मायूसी थी। राजीव नयन के आंखों से निकल रहे आंसू देख लोगों की आंखें भी नम हो रही थी। पूरा माहौल गमगीन था।
करणी सेना का अल्टीमेटम,हत्यारे का हो एनकाउंटर :
काजल के घर पर आये करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह उर्फ वीरू सिंह ने पुलिस-प्रशासन पर सवालिया निशान लगाते हुए थानाध्यक्ष गगहा राम भवन यादव से प्रश्न किया कि 17 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ है, क्या पुलिस सो रही है, क्या आप चाहते हैं कि हम लोग बहन काजल का बदला अपने हाथों से लें। हमें काजल के हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं उसका एनकाउंटर चाहिए।
वीरू ने कहा कि यहाँ पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात थी, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद थी। हर आने जाने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही थी। तो फिर विजय का पिता सुभाष प्रजापति रविवार की मध्य रात्रि अपने घर आकर सकुशल वापस कैसे चला गया। यह पुलिस के इकबाल को खुली चुनौती दी गई है।
वीरू ने कहा कि अगर जल्दी अपराधी का एनकाउंटर नहीं होता है तो फिर वो होगा जिसकी कल्पना भी गोरखपुर का प्रशासन नहीं कर सकता है।
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