ABSAP ने राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला , ठाकुर रोशन सिंह एवं राजेंद्र लाहिड़ी के 94 बलिदान दिवस मनाया
उत्तरप्रदेश।हरदोई ।अखिल भारतीय संयुक्त अधिवक्ता परिषद एवं संयुक्त मानवाधिकार परिषद के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पदाधिकारियों ने शहीद उद्यान में एकत्रित होकर मां भारती के सच्चे सपूत अग्रणी क्रांतिकारी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, ठाकुर रोशन सिंह एवं राजेंद्र लाहिड़ी के पावन 94 बलिदान दिवस के अवसर पर काकोरी कांड के महानायको को स्मरण एवं याद करने हेतु शहीद उद्यान में स्थापित शहीद ज्योति स्तंभ पर पुष्प अर्पित कर वंदे मातरम भारत माता के गगनभेदी जयघोष के साथ बलिदान दिवस को सशस्त्र क्रांति दिवस के रूप में मनाया गया तथा देशभक्त को उत्प्रेरित कर राष्ट्र रक्षा का संकल्प लिया गया।ज्योति स्तंभ पर पुष्प अर्पित करने के उपरांत राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता शिव सेवक गुप्त जय शिव ने कहा 9 अगस्त 1925 को मां भारती को आजाद कराने हेतु सशस्त्र क्रांति का आगाज करते हुए पंडित राम प्रसाद बिस्मिल अशफाक उल्ला खान ठाकुर रोशन सिंह राजेंद्र लहरी सहित दर्जनों मां भारती के वीर सपूतों अग्रणी क्रांतिकारियों ने काकोरी में ट्रेन को अंग्रेजी साम्राज्य का खजाना लूट कर सशस्त्र क्रांति को सफल और व्यापक बनाने का संकल्प लिया राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गुप्त ने कहा अंग्रेजी साम्राज्य के नींद को हराम कर दिया था हमारे क्रांतिकारियों ने इसीलिए 2 दिन पहले 17 दिसंबर 1927 को राजेंद्र लाहिड़ी को फांसी दी गई और 19 दिसंबर 1927 को पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान ,ठाकुर रोशन सिंह ने फांसी के फंदे को चूमते हुए मां भारती के चरणो में सदा के लिए चिर निद्रा में सो गए आज महान क्रांतिकारियों के त्याग बलिदान शौर्य साहस को राष्ट्र कभी भुला नहीं सकता
संयुक्त अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ अधिवक्ता राहुल मिश्रा एवं प्रदेश महामंत्री बाबूलाल पांडे ने कहा मां भारती के सच्चे लाल ठाकुर रोशन सिंह को मात्र 5 वर्ष की सजा सुनाई थी अंग्रेजी साम्राज्य में परंतु ठाकुर रोशन सिंह ने कहा पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की सजा के बराबर मुझे सजा सुनाई जाए इसलिए क्रूर अंग्रेजी साम्राज्य में उनको भी फांसी की सजा सुनाई जब तक मां भारती के वीर सपूत की प्रेरणा और ऊर्जा हमारे दिलों में जिंदा है तब तक हमारे देश को कोई गुलाम नहीं बना सकता हम सभी भारतीयों को अपने क्रांतिकारियों पर नाज है और हमेशा रहेगा।कार्यक्रम का संचालन संयुक्त मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मोहम्मद आरिफ मंसूरी ने किया।इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला पंचायत सदस्य संयुक्त मानवाधिकार परिषद के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री विशाल सेठ एवं जिला पंचायत सदस्य प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष कुमार अतुल, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदेश उपाध्यक्ष उमेश शुक्ला, प्रदेश सचिव अनिल बाजपेई, प्रदेश संगठन मंत्री कृष्णपाल अवस्थी, प्रदेश उपाध्यक्ष आशीष सिंह राजा एवं लखनऊ मंडल उपाध्यक्ष आरबी सिंह ,अखिल भारतीय संयुक्त अधिवक्ता परिषद के प्रवक्ता रामबहोरन मिश्रा ,प्रदेश उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ अधिवक्ता शुभम द्विवेदी, जिला उपाध्यक्ष अधिवक्ता इरफान मंसूरी एवं नीलू जी, जिला उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ आशीष सिंह, समाजसेवी सुधीर अवस्थी , अंकित गुप्ता, सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने सशस्त्र क्रांति दिवस में भाग लेकर देशभक्ति को उत्प्रेरित किया।
कोई टिप्पणी नहीं
thanks for comment...