छुट्टा पशुओं से किसान बने बेहाल
-छुट्टा पशु किसानो का है अनुपयुक्त जानवर
सरकार ने जगह-जगह बनवायी है पशुशाला
सड़को पर घूम रहे है आवारा पशु।
गोलाबाजार गोरखपुरब20 दिसम्बर
गोला क्षेत्र के किसान इन दिनों छुट्टा पशुओं से पूरी तरह बेहाल दिख रहे है।। खेतों में आलू, गेंहूं, मटर, चना और सरसों के पौधे लहलहा रहे हैं। लेकिन क्षेत्र में घुम रहे छुट्टा आवारा पशु किसानों की फसल को चरने के साथ रौंदकर बर्बाद कर रहे हैं। प्रशासनिक स्तर से इसका कोई निदान नही हो रहा है, जिसके चलते किसानों में आक्रोश है।
प्राप्त विबरण के अनुसार रबी की लहलहाती फसल को देखकर किसान फूले नही समा रहे है, कि इस बार पैदावार अच्छी होगी। लेकिन किसानों की उम्मीदों पर छुट्टा पशु ग्रहण लगा रहे हैं। एक साथ दर्जनभर आवारा पशु एक साथ उनके खेतों में घुसकर उनकी गाढ़ी कमाई को बर्बाद कर रहे हैं। सुबह से रात तक किसान लाठी-डंडा लेकर अपने खेतों की रखवाली करने को विवश है। लेकिन प्रशासन द्वारा इन छुट्टा पशुओं का कोई निस्तारण नही किया जा रहा है।जिसको लेकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीर दिखाई दे रही है।
भरसी गांव के किसान राजकुमार मिश्र, बेनीमाधव मिश्र, माफी के रामसुरत यादव, चिलवां के अभिमन्यु चन्द, घनश्याम मौर्य, राकेश, मंटू चन्द, पहाड़पुर के बालगोबिंद सिंह, रामप्रकाश सिंह, पटौहां के विनीत दुबे, सत्यप्रकाश दुबे, रिंकू दुबे, पड़ौली के अशोक पाण्डेय, संपूर्णानंद पाण्डेय आदि का कहना है, कि हर साल रबी की बुआई के बाद आवारा पशु पता नही कहा से आ जाते हैं। और हमारी फसलों को बर्बाद करते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इन आवारा पशुओं के लिए क्षेत्र में पशु संरक्षण गृह भी बनाए गये हैं। लेकिन उसके बाद भी हम किसानों को इस समस्या से निजात नही मिल पा रहा है। यदि हालात ऐसे ही रहे, तो हमारे बच्चों के मुंह का निवाला हमसे छिन जाएगा। इस प्रकरण पर एस डी एम गोला विनयकुमार पांडेय से बार्ता करने का प्रयास किया गया तो उनकी सी यू जी नम्बर सम्पर्क से बाहर बताया। जिसके कारण बार्ता नही हो सकी।
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