रिलायंस फाउंडेशन की तकनीकी कार्यक्रम से किसान लाभान्वित हो रहे हैं
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव सन्देश। रिलायंस फाउंडेशन के तकनीक से किसानो का हो रहा फायदा जिसमे किसान जगमोहन पाण्डेय है मै ग्राम-बिहारी बुजुर्ग, ब्लॉक- खजनी, तहसील- खजनी, जिला- गोरखपुर का निवासी हूँ और एक साधारण किसान भी हूँ मेरी आमदनी का मुख्य साधन केवल खेती ही है| मैंने दिनांक 12-06-2021 को रिलायंस फाउंडेशन के द्वारा आयोजित एग्रिकल्चर प्रोग्राम में प्रतिभाग किया था| जिसमें मैं कृषि विशेषज्ञ डॉ एन. के. सिंह जी से प्रश्न किया कि हमारे खेत में पानी ज्यादा लगता है धान की कौन सी प्रजाति सही रहेगी? सर द्वारा बताया गया कि आप अपने खेत में स्वर्णा सब - 1, सांभा सब - 1 लगाइए ये पानी में डूब भी जाएगा तो भी उत्पादन मिल जाएगा| मैं सर द्वारा बताए गए धान की प्रजाति सांभा सब-1 की रोपाई की| मैं ढाई वीघा धान की खेती किया था, जिसमें 10000 रुपए का लागत लगा, खेत में पानी भर जाने से हर साल मेरी पूरी फसल बर्बाद हो जाती थी लेकिन रिलायंस फ़ाउंडेशन के कार्यक्रम में जुडने से मुझे ढाई वीघे में 9.5 क्विंटल धान का उत्पादन मिला जो इससे पहले 7 क्विंटल के आस-पास होता था| ये सब वास्तव में रिलायंस फ़ाउंडेशन के कारण संभव हो पाया | यदि मैं रिलायंस फ़ाउंडेशन के कार्यक्रम से नहीं जुड़ता तो ऐसा संभव न हो पाता और मुझे और मेरे परिवार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ जाता| मुझे वर्तमान रेट 1940 रुपए प्रति क्विंटल की दर से 9.5 क्विंटल धान का 18430 रुपए हुआ जिसमें 2.5 क्विंटल का 1940 रुपए प्रति क्विंटल की दर से 4850 रुपए का अतिरिक्त लाभ हुआ| प्रजातियों का सही चयन करने से मुझे अतिरिक्त लाभ प्राप्त हुआ मैं रिलायंस फ़ाउंडेशन को धन्यबाद देता हूँ|
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