आजादी की राह नामक नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया
गोरखपुर। वरदा आर्ट इंस्टिट्यूट सूरजकुंड के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत में शनिवार को आजादी की राह नामक नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन सूरजकुंड क्षेत्र के तीन अलग अलग स्थानों पर कलाकारों द्वारा किया गया।
संस्था की निदेशक रीना जायसवाल की अगुवाई में नुक्कड़ का प्रदर्शन सूरजकुंड धाम परिसर, सूरजकुंड चौराहा एवं सूर्य विहार चौराहा पर किया गया। नुक्कड़ के माध्यम से संदेश दिया गया कि भारत की आजादी में अपना सबकुछ न्योछावर करने वाले कई महान क्रांतिकारियों के महत्वपूर्ण योगदान को प्रदर्शित किया। मंगल पांडे, चंद्र शेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल, भगत सिंह एवं रानी लक्ष्मीबाई ने किन मुसीबतों को झेलते हुए देश को आजादी दिलाई। गोरखपुर से ही कुछ दूरी पर स्थित चौरीचौरा में वो ऎतिहसिक स्थल है जहां अंग्रेजों के जुल्म से आजिज आकर चौरी चौरा के थाने को बाहर से बंद करके उसमें आग लगा दिया और उस में रह रहे अंग्रेजों के सिपाही जलकर मर गये। देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले ग्रामीण को भी याद किया गया।इस नुक्कड़ नाटक में इन सभी क्रांतिकारियो के बारे में लोगों को बताया गया। इसके पूर्व वरदा आर्ट इंस्टिट्यूट की निदेशक व रंगकर्मी रीना जायसवाल ने सभी कलाकारों को पुष्प गुच्छ दे कर स्वागत किया। कहा कि आज जहा देश के युवा नववर्ष के आगमन के स्वागत में पाश्चात्य संगीत की धुनों में थिरक रहे है तो वहीं संस्था के कुछ युवा देश की आजादी में प्राण गवां चुके लोगों की याद में नाटक के जरिए याद के रहे है। संस्था तरह के आगे और आयोजन करेगी। वरिष्ठ रंगकर्मी प्रेम नाथ ने कलाकारों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि इनका भविष्य बहुत उज्जवल है। रंगकर्म में इनसे बहुत उम्मीदें है। नुक्कड़ नाटक में कलाकार आकाश श्रीवास्तव ,सौरभ चौधरी, सचिन गिरी, आकाश गोड, रिषभ दास, अमन कुमार ने बेहतरीन अभिनय कर सभी को आकर्षित किया। इस अवसर पर संतोष मणि त्रिपाठी,मदन राजभर ,बृजेश राय ,प्रखर मिश्रा, कनक लता मिश्रा, रंजना सिंह, वर्षा पासवान, पलक सिंह, डिंपल साहनी, अनुप्रिया आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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