छात्र ही शिक्षक की असली पूंजी है-प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश। गुरु-शिष्य एक पुत्रवत संबंध होता है । छात्र के बगैर शिक्षा का क्या महत्व है, यूं कहें कि(उसके छात्र) बच्चे ही शिक्षक की असली पूंजी होते हैं ।
उक्त बातें- पाली विकासखंड के प्राथमिक शिक्षा संघ अध्यक्ष विपिन बिहारी दुबे ने कही,वह पाली विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पट्टी धर्म दास में बृहस्पतिवार को शिक्षकों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे । दीक्षा ऐप के बारे में से जिन बच्चों को शिक्षा दी जा रही हैं। वह तो बहुत अच्छा है । परंतु कोरोनावायरस जो गरीब बच्चे हैं जिसके पास मोबाइल नहीं है ऐसे बच्चों का भी हमें ध्यान रखना होगा तभी हमारा उत्तर दायित्व पूरा होगा । कोरोना का हाल में शिक्षकों का उत्तरदायित्व बढ़ गया है जिसे हम एक चुनौती मानकर स्वीकार करेंगे और ऐसे उन सभी बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने का कार्य करेंगे जिसके पास मोबाइल की सुविधा नहीं है । हम शिक्षक उन सभी बच्चों के मोहल्ले में जाकर एक सार्वजनिक स्थान पर बैठकर कोरोनावायरस इन का पालन करते हुए उन्हें शिक्षा देने का कार्य करेंगे । जिसे मोहल्ला शिक्षा का नाम दिया गया है ।
सभा का संचालन कर रहे ए० आर० पी० मयंक मिश्रा ने कोविड के समय में मोहल्ला कक्षा के महत्व पर विस्तृत चर्चा की ।
बैठक में प्राथमिक शिक्षा संघ पाली के अध्यक्ष विपिन बिहारी धर दुबे,ए० आर० पी० मयंक मिश्रा ,मनीराम यादव,मारकंडेश्वर नाथ चौबे, प्रवीण कुमार राज, प्रदीप कुमार यादव, पुष्पेंद्र कुमार सिंह, धीरेंद्र कुमार, अभिनव मद्धेशिया, प्रेम सहाय, रंजना, अभिषेक मिश्रा, इंदु प्रकाश चौबे, गणेश कुमार यादव, अंजना, ज्योति श्रीवास्तव, कुलदीप दुबे, सौरव राज, प्रशांत चौरसिया समेत अनेक लोग उपस्थित थे ।
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