सत्संग ही ईश्वर प्राप्ति का माध्यम है - आचार्य विनोद
गोला बाजारगोरखपुर16 फरवरी। भगवत भजन करने से व्यक्ति के अंदर विश्वास जागता है वह स्वयं तो आत्मविश्वासी होता ही है दूसरों के अंदर भी विश्वास जगाता है, श्रीमद् भागवत कथा अशांत जीवन को शांत बना देती है, कथा केवल सुने ही नहीं बल्कि अपने जीवन में उतारने की जरूरत है ।इस कलयुग में भाग दौड़ की जिंदगी में व्यक्ति अगर कथा, सत्संग में भी भाग ले तो उसे ईश्वर की महिमा का ज्ञान होगा और उसे ईश्वर के चरणों स्थान मिलेगा।
उक्त बातें अयोध्या से पधारे प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य विनोद महाराज ने गोला क्षेत्र के परसिया मिश्र गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में मंगलवार को व्यास पीठ से उपस्थित श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए कही। आगे उन्होंने कथा का विस्तार करते हुए कहा कि जीवन की सुंदरता बाहरी वैभव में नही, मनुष्य के आंतरिक संसार में हुवा करती है।
इसके पूर्व कथा का शुभारंभ यजमान अछैबर मिश्र द्वारा व्यास पीठ की आरती करके कथा का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से सतीश चंद्र मिश्र, हैसिला मिश्र, ओमप्रकाश मिश्र, डॉ कौशलेश मिश्राप्रेम तिवारी, वीरेंद्र मिश्र, गोपाल मिश्र,इंद्रजीत मिश्र, राजेश मिश्र, धीरेंद्र शुक्ल, विद्याधर गौड़आदि तमाम श्रद्धालु उपस्थित रहें।
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