भारतीय संस्कृति में महिलाओं के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है : इंचार्ज प्रधानाध्यापक
हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। दिवस का आयोजन आज पूरे देश में किया गया। इसी क्रम में गोरखपुर जिले के कौड़ीराम क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय कलानी में ग्राम प्रधान नर्वदा देवी के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापक कल्पना गुप्ता ने कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है।भारत में महिला को देवी के समान माना जाता है। संस्कृत में एक श्लोक है- ‘यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता:। यानि कि जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं।इस कार्यक्रम को आगे संबोधित करते हुए सहायक अध्यापक शमीम बनो भारती ने कहा कि आज महिलाओं के प्रति लोगों की सोच में थोड़ा सा बदलाव आया है। लोग अपने घर की बेटियों और बहुओं की शिक्षा के लिए आगे बढ़ा रहे हैं। नारी केवल एक घर की नहीं बल्कि देश की शान होती है। पहले की तुलना में महिलाएं आज ज्यादा सक्षम है।इस कार्यक्रम में सहायक अध्यापक रणधीर कुमार, शिक्षामित्र इंदुलता देवी, रसोइया सुभद्रा, सिरजावती समेत ग्राम सभा की महिलाएं उपस्थित रही।
हर क्षेत्र की महिलाओं का योगदान बढ़ चढ़ कर रहा है: ग्राम प्रधान
ग्राम प्रधान नर्वदा देवी ने विद्यालय मे उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिला एक तेरे रूप अनेक, यह कहावत तो आपने भी सुनी होगी। इस बात में कोई शक नहीं है की आजकल की महिलाएं किसी से कम नहीं है। देश की तरक्की में हर क्षेत्र की महिलाओं का योगदान बढ़ चढ़ कर रहा है। प्राचीन काल से ही महिलाओं को देश, समाज, घर, परिवार आदि का आधार माना जाता है। इसलिए कहा जाता है एक महिला पढ़ती है तो एक पूरा परिवार शिक्षित होता है।
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