शिक्षा के बदलते आयाम और अनुसंधान की प्रासंगिकता पर हुआ बौद्धिक परिचर्चा
गोलाबाजार गोरखपुर 25 मार्च।
गोला थानाक्षेत्र के राम गिरीश राय महाविद्यालय दुबौली में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्त दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिन " शिक्षा के बदलते आयाम और अनुसंधान की प्रासंगिकता " विषय पर बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन हुआ।
जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रख्यात वैज्ञानिक श्री सत्यप्रकाश दुबे जी ने कहा कि प्रारंभिक अवस्था में जहां मानव जाति की सबसे जरूरी आवश्यकता थी भूख मिटाना तथा अपने जीवन की रक्षा करना, वहीं उसकी एक और बड़ी जरूरत थी, ब्रह्मांड या इस दुनिया के बारे में जानकारी प्राप्त करना देखा जाए तो जहां ज्ञान साध्य है वहीं शिक्षा उस ज्ञान को प्राप्त करने का साधन।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बंशी चंद इण्टर कॉलेज के प्रवक्ता राणा रत्नेश्वर सिंह जी ने कहा कि असल में शिक्षा मुक्ति और आजादी का सशक्त माध्यम है। शिक्षा ऐसी ताकत है जो भय, अंधकार, अज्ञान, अंधविश्वास, घृणा तथा हीन भावना से मुक्त करती है। छात्रों में अनुसंधान की प्रवृति जागृत करने की जरूरत को नई शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से पूरा करने का प्रयास किया गया है। उक्त बातें महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अशोक शाही ने कही।कार्यक्रम में आये अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय के प्रवक्ता रणधीर सिंह ने किया और कार्यक्रम का संचालन अनुराग श्रीवास्तव ने किया।
राष्ट्रीय सेवा योजना की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अंजली राय द्वारा अथितियों का आभार प्रकट किया गया।
कार्यक्रम में डॉ नमिता पांडेय,डॉ सरिता राय, मंजुवादिनी सिंह,निकिता चंद,जयराम तिवारी,डॉ प्रियंका चतुर्वेदी, जितेन्द्र कुमार राय,सूर्यपाल सिंह, आदि प्रवक्तागण एवं स्वयंसेवक/स्वयंसेविकाएँ उपस्थित रहीं।
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