राजा बलि की दानशीलता देख भाव विभोर हो गए भगवान-पंडित अखिलेशानंद जी
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।विकास खंड सहजनवा के ग्राम पंचायत सिसवा में नव दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा व्यास पीठ से श्रद्धालुओं को कथा का रसपान करा रहे आचार्य पंडित अखिलेशा नन्द जी महाराज ने कहा । उन्होंने कहा कि भगवान वामन ने जब अपने विराट रूप में राजा बलि के समस्त राज्य को, दो पग में नाप लिया,तो बोले बालि ! अब तीसरा पग हम क्या रखे ?
कथा व्यास ने कहा कि- बालि की दान शीलता के चश्मदीद रहे परिजन,गुरू जन, देशवासी तथा देव गण भी एक टक से उसकी ओर निहार रहे थे, कि बालि का अगला उत्तर क्या होगा । उसने बोला, भगवन् ! मेरे एक प्रश्न का उत्तर देने की आप कृपा करें,धन बड़ा होता है या धन का स्वामी, भगवान ने कहा कि राजा बालि धन से बड़ा धन का स्वामी होता है,यह प्रश्न हमसे क्यों पूछ रहे हो । शास्त्रों में भी तो इसका वर्णन किया गया है ।
बालि बोला- भगवन् ! धन का स्वामी आपके सामने है, अपने वामन रूप में मेरे शरीर को नाप लीजिए । उसकी भावपूर्ण वाणी सुनकर देवता आकाश से फूलों की वर्षा करने लगे । करूणा निधान भगवान् ने मुक्त कंठ से उसकी प्रशंसा ही नहीं की, वल्कि अपने हृदय से लगा लिए ।
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