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    दयानंद इंटर कॉलेज बक्शीपुर में कॉलेज का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

    दयानंद इंटर कॉलेज बक्शीपुर में कॉलेज का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया


    गोरखपुर। दयानंद इंटर कॉलेज बक्शीपुर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर कॉलेज का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। इस अवसर कालेज की पत्रिका "किसलय" का विमोचन परपूर्व प्रधानाचार्य  कार्यक्रम के मुख्य कालेज राधेश्यामश्रीवास्तव ने किया । कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियो द्वारा भगवान शिव पार्वती और मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण पुष्पार्चन के साथ हुआ और सभी ने यज्ञ में अपनी आहुति प्रदान की तदुपरांत छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना, कॉलेज प्रार्थना स्वागत गीत की मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी संपूर्ण कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज के प्रधानाचार्य कुमार श्रीवास्तव ने की । इस अवसर पर मुख्य अतिथि राधेश्याम श्रीवास्तव नेर कहा कि यह कार्यक्रम अपने गौरवमई इतिहास को जीवंत रखने के लिए आयोजित है यह कॉलेज का सौभाग्य है कि इस कॉलेज में शिक्षा, खेलकूद, स्काउटिंग, एनसीसी, विज्ञान प्रदर्शनी, सहित सभी क्षेत्रों में अपने स्थापना काल से ही यहां के विद्यार्थियों ने प्रदेश और देश में अपना सर्वोत्तम योगदान देकर विद्यालय परिवार की गरिमा को आज भी कायम  रखा है आर्य समाज द्वारा संचालित यह संस्थान निश्चित ही यहां के विद्यार्थियों को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए यहां के शिक्षक शिक्षिकाएं छात्रों का पूर्ण मनोयोग से भरपूर सहयोग करते रहे हैं जिससे विद्यालय और छात्र की आज भी ख्याति व्याप्त है।
    कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कालेज के प्रधानाचार्य अनूप कुमार श्रीवास्तव ने विद्यालय के सेवानिवृत्त हो चुके शिक्षकों कर्मचारियों और इस अवसर पर विशेष रुप से आमंत्रित किए गए पुरातन छात्रों को आशीर्वाद प्रदान कर कहा कि आज का दिन स्वयं मेरे लिए भी गौरवान्वित होने वाला दिन है क्योंकि मैं भी इस विद्यालय का विद्यार्थी रहा और पुनः शिक्षक के रूप में अपनी सेवा के दौरान ही मैं इस कुर्सी पर विराजमान हूं मुझे पढ़ाने वाले पुराने गुरुजनों को मैं अपने बीच पाकर करके हर्षित हूं उन्होंने छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि विद्यार्थियों का जीवन अपने उच्चतम लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गुरुजनों के बताएं आदर्शों का पालन अवश्य करना चाहिए गुरु शिष्य परंपरा ही वह परंपरा है जो भगवान और माता पिता से पहले गुरुओं को सम्मान दिया जाता है क्योंकि एक सच्चा गुरु वही है जो हर एक बच्चे का चरित्र निर्माण शिल्पी होता है ।
            इस अवसर पर कॉलेज के पुरातन छात्र अजय गुप्ता बजरंगी एडवोकेट ने सभी गुरुजनों को प्रणाम कर पुराने अनुभवों को छात्रों के बीच बाटा और उपस्थित छात्रों से आग्रह किया कि विद्यार्थी के जीवन में कोई भी बाधा या परिस्थिति उसके लक्ष्य प्राप्ति में ब्यवधान नहीं होती सच्ची लगन कड़ी मेहनत गुरुजनों का सम्मान करते हुए अनुशासन में रहकर कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को एक न एक दिन आवश्यक प्राप्त करता है। 
             स्थापना दिवस कार्यक्रम में विद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षकों में नंदलाल गुप्त, बसंत लाल श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, राघवेंद्र श्रीवास्तव, राममिलन शर्मा, ओम प्रकाश मणि त्रिपाठी, श्रीनाथ दीक्षित, तेज बहादुर लाल, जगदीश पांडे, आर एन मल्ल, राधे रमण सरकारी, कमला कांत श्रीवास्तव, राजेश्वरी श्रीवास्तव, लालचंद सामंत, वर्तमान शिक्षक नितिन आनंद, केके जयसवाल, प्रदीप कुमार, नागेंद्र श्रीवास्तव, ऋषिकेश कुमार, डॉ अरविंद चौरसिया, हीरा लाल गौड़ सहित विद्यालय के कर्मचारी गण उपस्थित रहे । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ और अंत में शिवरात्रि का प्रसाद वितरित किया गया ।

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