राजा बल्कि दान शिलता देख भावविभोर हो गए भगवान-पंकज मिश्रा
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश। सहजनवा विकासखंड के ग्राम डोमहर माफी में श्रीमद् भागवत कथा व्यास पीठ से श्रद्धालुओं को कथा रसपान करा रहे थे । उन्होंने कहा कि भगवान वामन ने जब अपने विराट रूप में राजा बलि के समस्त राज्य को, दो पग में नाप लिया,तो बोले बलि ! अब तीसरा पग हम क्या रखे ?
कथा व्यास ने कहा कि- बलि की दान शीलता के चश्मदीद रहे परिजन,गुरू जन, देशवासी तथा देव गण भी एक टक से उसकी ओर निहार रहे थे, कि बलि का अगला उत्तर क्या होगा । उसने बोला, भगवन् ! मेरे एक प्रश्न का उत्तर देने की आप कृपा करें,धन बड़ा होता है या धन का स्वामी, भगवान ने कहा कि राजा बलि धन से बड़ा धन का स्वामी होता है,यह प्रश्न हमसे क्यों पूछ रहे हो । शास्त्रों में भी तो इसका वर्णन किया गया है ।
बालि बोला- भगवन् ! धान का स्वामी आपके सामने है, अपने वामन रूप में मेरे शरीर को नाप लीजिए । उसकी भावपूर्ण वाणी सुनकर देवता आकाश से फूलों की वर्षा करने लगे । करूणा निधान भगवान् ने मुक्त कंठ से उसकी प्रशंसा ही नहीं की, वल्कि अपने हृदय से लगा । उक्त- अवसर पर यजमान मनोज गुप्ता और ग्राम प्रधान मंजीत सिह, शिवम तिवारी सोनू सिंह,नितेश,मनोज,अशुंमान,अमित,आशिष,पुनीत समेत कई लोग मौजूद थे ।
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