गुह्यराज निषाद की जयंती मंगलवार को धूमधाम से मनाई
गोरखपुर। भारती जनता पार्टी के बूथ अध्यक्ष मुकेश साहनी (363) दीनदयाल नगर के रुस्तमपुर में महाराजा गुह्यराज निषाद की जयंती मंगलवार को धूमधाम से मनाई। और निषाद मंदिर मिर्जापुर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में स्वजातीय लोगों ने महाराजा गुह्यराज का पूजन-अर्चन किया और समाज की उन्नति, तरक्की की रूपरेखा तय की।
समारोह में बूथ अध्यक्ष मुकेश साहनी ने कहा कि महाराज गुह्यराज निषाद का जन्म त्रेतायुग में चैत शुक्ल पक्ष पंचमी को श्रृंगवेरपुर इलाहाबाद में हुआ था। श्रीराम के जन्म का रहस्य भी श्रृंगवेरपुर व मखौड़ा से जुड़ा हुआ है/
महाराज निषादराज की पूजा व उनके धाम के दर्शन से व्यक्ति की दशा और दिशा दोनों सुधर जाती है। मुकेश साहनी ने कहा कि इस देश के मूल निवासी निषाद वंश के लोग हैं। देश की सभ्यता व संस्कृति निषाद संस्कृति रही है।
दुनिया की खोज करने वाला कोलंबस व वास्कोडिगामा निषादवंशीय थे। भारत में आर्यों के आगमन के पूर्व निषाद सभ्यता व संस्कृति चरम पर थी, परंतु आर्यों के आगमन के बाद निषादों की सभ्यता व संस्कृति नष्ट कर दी गई। देश के स्वाधीनता संग्राम में निषादों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के मित्र निषादराज का नाम लेकर 2024 में फिर भारती जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बना के मोदी जी को प्रधान मंत्री बनाना है। समारोह में रामदयाल उर्फ पुजारी निषाद, गोबरी निषाद, रामस्सरूप निषाद, राजू साहनी , दिलीप साहनी , रवि निषाद , अमन निषाद , ठाकुर निषाद , दुर्गा निषाद , शक्ति , जितेन्द्र निषाद, राहुल साहनी , देवेंद्र साहनी , रामासरे निषाद, दिनेश निषद , दिवाकर साहनी , रामज्ञान निषाद , राजेंद्र आदि हजारों लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम कि अध्यक्षता निषाद मंदिर अध्यक्ष रामदयाल निषाद पुजारी जी ने किया।
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