जटिल सवालों को खिलौने, कहानियों के जरिए बेहतर तरीके से समझा कर पढ़ाई करायें - प्रो मनीष
जटिल सवालों को खिलौने, कहानियों के जरिए बेहतर तरीके से समझा कर पढ़ाई करायें - प्रो मनीष
गोरखपुर। बाँसगाँव सन्देश। आईआईटी गांधीनगर सीसीएल के प्रमुख प्रोफेसर मनीष जैन ने गोरखपुर जिला अधिकारी विजय किरन आनंद के पास पहुंचकर बताया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गांधीनगर (आईआईटी गांधीनगर) की क्रिएटिव लर्निंग लैब (सीसीएल) की ओर से अब उत्तरप्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) की छात्राओं को गणित-विज्ञान के जटिल सवालों को खिलौने, कहानियों के जरिए बेहतर तरीके से समझा कर पढ़ाई कराया जा रहा है। जिससे वापस अपने घरों पर आराम से बिना किसी खर्च के खिलौने बनाकर जानकारियां उपलब्ध कर रहे हैं।
उत्तरप्रदेश सरकार के सर्व शिक्षा अभियान (यूपी-एसएस) के साथ मिलकर आईआईटी गांधीनगर की सीसीएल ने इसके लिए ‘क्यूरियोसिटी’ नामक अभियान छेड़ा है। जिसके तहत मार्च 2022 से दिसंबर 2022 तक उत्तरप्रदेश के 746 केजीबीवी में 75 हजार छात्राओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) की शिक्षा में बेहतर बनाने के लिए आनलाइन और ऑफलाइन 100 सत्र आयोजित किए जाएंगे।
इसमें स्टेम की शिक्षा किताब और कोर्स में से इतर छात्राओं को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों, मॉडल बनाने में भागीदार बनाते हुए दी जा रही है। जिसके लिए विभिन्न प्रकार के 100 मॉडल तैयार किए जा रहे हैं।
आईआईटी गांधीनगर सीसीएल की ओर से देश के 34 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 200 जवाहर नवोदय विद्यालयों में ‘स्पार्कल सीरीज’ भी चलाई जा रही है। जिसके तहत लगभग 10,000 छात्राओं को स्टेम शिक्षा दी जा रही है। हर शनिवार दोपहर तीन बजे से सीसीएल के यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया जाता है।
आईआईटी गांधीनगर सीसीएल के प्रमुख प्रोफेसर मनीष जैन ने बताया कि क्यूरियोसिटी कार्यक्रम की विशेषता यह है कि इसमें छात्राओं को उन्हीं के क्षेत्र की स्थानीय भाषा (हिंदी), संदर्भ, कहानियां, खिलौने व सामग्री के जरिए समझाया जा रहा है, ताकि वे आसानी से गणित, विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी के सूत्र, सिद्धांत, फॉर्मूले समझ सकें। खुद छात्राओं को भी शामिल करके खिलौने बनवाते हैं, गतिविधियां करते हैं, जिससे वे आसानी से समझ सकें। उसकी उपयोगिता और क्रियान्वयन को जान सकें। उद्देश्य छात्राओं में स्टेम शिक्षा की उत्सुकता बढ़ाने के साथ इसे बेहतर बनाना भी है।
सीसीएल की ओर से सप्ताह में दो दिन- प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को एक-एक घंटे ऑनलाइन ट्यूटोरियल कार्यशालाओं के जरिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ऑनलाइन सत्र का संचालन सरिता, अदिति और जय करते हैंं। इसमें यूपी के 746 केजीबीवी से कक्षा 6 से 8 तक की 100 छात्राएं जूम और यूट्यूब के माध्यम से जुड़ती हैंं। छात्राओं के साथ उनके विज्ञान और गणित शिक्षक, कभी-कभी प्रधानाचार्य और जिला समन्वयक भी जुड़ते हैं। प्रोफ़ेसर मनीष के तकनीकों को बेहतर तरीके से स्कूली छात्र छात्राएं यूट्यूब के माध्यम से सीख रहे हैं और अपने हुनर को अन्य लोगों को सीखाने का कार्य कर रहे हैं।
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