विधायक चिल्लूपार ने की अश्लील, भड़काऊ गीतों पर रोक लगाने की मांग
गोलाबाजार गोरखपुर 27 मई।
चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी ने योगी सरकार से उत्तर प्रदेश में बन और बज रहे अश्लील, दोअर्थी, जातीय संघर्ष कराने वाले भड़काऊ गीतों पर रोक लगाने की मांग की ।
विधान सभा सत्र के तीसरे दिन नियम 301 के तहत अविलम्बनीय लोक महत्त्व के विषय को उठाते हुए राजेश त्रिपाठी ने बताया कि काफी समय से प्रदेश में अश्लील, दोअर्थी, जातीय संघर्ष को बढ़ावा देने वाले भड़काऊ गीत बन भी रहे हैं और बज भी रहे हैं, परन्तु पहले लोग इसे लुका छिपी में सुनकर मनोरंजन कर लेते थे । परन्तु अब यह सरेआम हो गया है, शादी, विवाह, तिलक, मुण्डन, जनेऊ, जन्मदिन सहित अनेक सार्वजनिक कार्यक्रमों और जगहों पर ऐसे गीत धड़ल्ले से बज रहे हैं, जिसे कोई भी सभ्य व्यक्ति या परिवार जब सुनता है तो शर्मिन्दा होने के साथ साथ आक्रोशित भी होता है । ऐसे गीत अब काफी जोर जोर से ट्रैक्टर, कम्पाईन चलाने वाले भी बजा कर समाज का माहौल विषाक्त कर रहे हैं ।
श्री त्रिपाठी ने बताया कि उनके अपने विधानसभा क्षेत्र के नारायनपुर खुर्द गांव में जहां जाति विशेष के नाम पर बने अश्लील, दोअर्थी, भड़काऊ गाने वाला डीजे बजाने से मना करने पर बड़े पैमाने पर तोड़-फोड़, आगजनी, हिंसा की घटना हुई वहीं कोल्हुआ गांव में तो ऐसे गाने को लेकर हत्या भी हो गयी ।
सदन में अपनी मांग रखते हुए विधायक चिल्लूपार राजेश त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे गंदे, भड़काऊ गीत किसी एक जाति पर नहीं बने हैं बल्कि सभी जातियों, उप जातियों का महिमा मंडन करने और दूसरे जाति के लोगों को नीचा दिखाने वाले बने हैं, जिससे सामाजिक समरसता टूट रही है और हर गांव घर की मां, बहन, बेटियां लज्जित हो रही हैं । श्री त्रिपाठी ने कहा कि एक तो ऐसे भद्दे गीत बनने और बजने बंद होने चाहिए साथ ही डीजे की ध्वनि का भी मानक तय होना चाहिए ताकि प्रदेश के लोगों को ध्वनि प्रदूषण से भी बचाया जा सके ।
विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नियम ३०१ में इस विषय को स्वीकार कर सरकार से एक महीने में जबाब मांगा है ।
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