धान की नर्सरी शीघ्र बीज शोधन कर डाले : रामअधार
गोला बाजारगोरखपुर 14 जून। देश में बढ़ती जनसंख्या को भोजन उपलब्ध कराने के लिए खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है।इसके लिए कम लागत अधिक उत्पादन की तकनीकी अपनाकर सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही विशेष सुविधाओं का उपयोग कर खेती करना लाभकारी होगा। उक्त बातें सोमवार को गोलाउपनगर के बेवरी चौराहे पर स्थित आनंद वर्धन तिवारी के प्रतिष्ठान एग्री जंक्शन पर उपस्थित किसान भाइयों को जानकारी देते हुए सेवा निबृत्त अपर जिला कृषि अधिकारी रामअधार ने कही। आगे उन्होंने कहा कि धान की नर्सरी डालने का उपयुक्त समय चल रहा है जिन्होंने नर्सरी नहीं डाली है शीघ्रता करें साथ ही यह भी ध्यान रहे कि धान के बीज को शोधित करके ही नर्सरी डालें उपयुक्त रसायन कार्बंडाजिम थीरम एवं कार्बंडाजिम प्लस मैकोजेब है। एक किलोग्राम बीज के लिए ढाई किलो ग्राम रसायन प्रयोग करें। संभव हो तो धान की सीधी बुवाई सुपर सीडर से करें इससे लागत कम लगेगी पैदावार अच्छी होगी। सुपर सीडर से बुवाई करने के 24 घंटे के अंदर खरपतवार नाशक दवा पेंडामेथलीन का छिड़काव कर दें। सुपर सीडर से मोटा धान 35 माध्यम 30 और महीन 25 किलोग्राम प्रति एकड़ लगेगा बुवाई के 24 घंटे के अंदर पेंडामेथलीन 30 ईसी 3.300 लीटर 500 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर का छिड़काव करें। 30 से 35 दिन बाद नामिनी गोल्ड या एडोन 100 मिली लीटर पाईराजो सल्फ्यूरान 60 ग्राम मात्रा के साथ छिड़काव कर दें लागत बहुत कम लगेगा और उत्पादन ज्यादा होगा। और बताया कि इस समय तापमान बहुत ज्यादा है नर्सरी को सुरक्षित एवं रोग मुक्त रखने के लिए नर्सरी में पानी शाम को चलाएं दिन में पानी न चलाएं कहीं-कहीं खेत में नर्सरी पीली पड़ने एवं झुलसने की शिकायत है तो शाम को 300 ग्राम कार्बंडाजिम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें और अपने नजदीकी कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों से सलाह एवं सहयोग लेकर खेती करें लाभकारी होगा।
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