वासना का परिवर्तन है उपासना ।राघव ऋषि जी
गोलाबाजार गोरखपुर 10 जून।।गोला तहसील क्षेत्र में स्थित पीएच इन्टरनेशनल पब्लिक स्कूल कुशलदेईया उरूवा में आयोजित सप्त दिवसीय संगीतमयी श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन वाराणसी से पधारे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता श्रीविद्या सिद्ध एवं ज्योतिष सम्राट कथा वाचक राघव ऋषि जी महाराज ने नंद महोत्सव का शुभारंभ किया । संपूर्ण पांडाल बृजमय बन गया और पुष्पवृष्टि और गुलाब आदि लोगों ने बाल कृष्ण भगवान का जन्मोत्सव मनाया। इसके पश्चात उपस्थित जन मानस को भागवत कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि नंद अर्थात जो सभी को आनंद दें। मनुष्य का जन्म सभी को आनंद देने के लिए है। शरीर को मथुरा और हृदय को गोकुल यदि नंद रूपी जीव बनाता है तो प्रभु की कृपा प्राप्त होती है भगवान ने बाल लीला में सबसे पहले पूतना का वध या पुत +ना अर्थात जो पवित्र नहीं है वह है पूतना। अज्ञान पवित्र नहीं है। संसार मैं रहते हुए समस्त ज्ञान प्राप्त किया परंतु भगवान का ज्ञान नहीं है तो उसका जीवन अपवित्र है जिसकी आकृति तो सुंदर है एवं कृति बुरी है यही पुतना है। कथा को आगे बढ़ाते हुए ऋषि जी ने कहा कि जो दूसरों को यश दें भगवान उसी की गोद में रहते हैं। मन पूर्णत: वासनाहीन होने पर ईश्वर के साथ जा मिलता है। गोवर्धन लीला की मार्मिक व्याख्या करते हुए आगे कहा कि गो का अर्थ है भक्ति। भक्ति को बढ़ाने वाली लीला ही गोवर्धन लीला है। गोवर्धन लीला के समय कन्हैया जी 7 वर्ष के थे। कथा में सौरव ऋषि ने श्री गोवर्धन महाराज भजन गाया तो समस्त श्रोता गण अपने स्थान से उठकर नाचने झूमने लगे और प्रभु के भजन में लीन हो गए। और पूरा माहौल भक्ति में बन गया। ब्रज वासियों की रक्षा भगवान ने गोवर्धन नाथ जी को धारण कर किया। गिरिराज धरण की जय से पूरा पांडाल गुंजयमान हो गया।कथा का शुभारंभ आयोजक एवं मुख्य यजमान पीएच इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक मनोज कुमार उमर वैश्य संगीता गुप्ता गायत्री देवी कृष्ण कुमार उमर उर्फ कन्हैया राधा देवी अनन्या अभिनव जान्हवी शौर्य कुमार सपरिवार सहित व्यास शक्तिपीठ की आरती उतार कर और कथावाचक को माल्यार्पण किया ।कथा मंडली में गायक सौरभ वायलिन वादक सौम्या यू एच आर प्रदीप तबला वादक अरुण ऑक्टोपैड हरीश आचार्य सुदर्शन धर्मेंद्र मूल जपकर्ता श्रीकांत पाठ करता जयप्रकाश भागवत जी मूल पाठ अंशु लाइव टेलीकास्ट चंद्रमा वीडियो रिकॉर्डिंग पर विवेक रहे। इस अवसर पर दीनानाथ कसौधन सतीश कुमार उमर करुणेश वर्मा सीताराम यादव भारतेंदु दुबे मनिंदर उपाध्याय मयंक राजू तिवारी संतलाल जयसवाल राजधारी यादव सहित समस्त ग्राम वासी व क्षेत्र के सम्मानित लोग भारी संख्या में मौजूद थे।
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