प्रभु का वंदन प्रेम से करें तो प्रभु उसके हैं : राघव ऋषि
गोलाबाजार गोरखपुर7 जून।गोला तहसील क्षेत्र में स्थित पीएच इन्टरनेशनल पब्लिक स्कूल कुशलदेईया उरूवा में आयोजित सप्त दिवसीय संगीत मयीश्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिन बाराणसी से पधारे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता श्री विद्या सिद्ध एवम ज्योतिष सम्राट कथा वाचक राघव ऋषि जी महाराज ने उपस्थित जन मानस को भागवतकथा का श्रवण कराते हुए कहा कि जीव यदि प्रेम से प्रभु को बंदन करता है तो प्रभु उसके बंधन में आ जाते है।राजा परीक्षित को श्राप हुआ।अतः उन्हें भी मुक्त करने के लिए शुकदेव जी आते है।आगे कहा कि जीव को अनावश्यक आसक्ति छोड़कर प्रभु की भक्ति करनी चाहिए।दुख सह कर ईश्वर का भजन करने से पाप नष्ट होते है।भरत ने प्रभु का ध्यान करते हुए शरीर का त्याग किया।इस संगीत मयी भागवत कथा के अंत मे सौरभ ऋषि ने तुम ढूढो मुझे गोपाल भजन सुनाया कि श्रोता गण मुग्ध होकर नाचने लगे।कथा का शुभारंभ आयोजक एवं मुख्य यजमान पीएच इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक मनोज कुमार उमर वैश्य ने सपरिवार सहित व्यास शक्तिपीठ को माल्यार्पण कर आरती उतारा।।कथा मंडली में गायक सौरभ वायलिन वादक सौम्या यू एच आर प्रदीप तबला वादक अरुण ऑक्टोपैड हरीश आचार्य सुदर्शन धर्मेंद्र मूल जापक श्रीकांत जयप्रकाश भागवत जी अंशु लाइव टेलीकास्ट चंद्रमा वीडियो रिकॉर्डिंग पर विवेक रहे। इस अवसर पर क्षेत्र के श्रोता गण मौजूद होकर कथा का रसपान किया।
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