सत्संग से पाप कटता है- आचार्य विनोद
# देवकली (कुड़वाआम) में पृथ्वीनाथ शिव मन्दिर में चल रही रामकथा ।
गोलाबाजार गोरखपुर 21 जुलाई।
भगवान प्रेम के भूखे है भगवान भी उसे ही प्रेम करते है जो उनसे अगाध प्रेम करता है। ईश्वर सभी प्राणियों में वास करते है इसलिए समस्त जीवों से मनुष्य को प्रेम करना चाहिए और यह ज्ञान सत्संग से प्राप्त होगा। सत्संग की महिमा महान है वह दुःख घटाता है और पापों का काटता है जीवन को सुधारता है।
उक्त बातें गोला विकास खंड के देवकली(कुड़वाआम) में स्थित पृथ्वीनाथ शिवमन्दिर परिसर में चल रही रामकथा श्रवण मास के बुधवार को तीसरे दिन अयोध्या से पधारे मानस मर्मज्ञ आचार्य विनोद जी महाराज ने व्यास पीठ से श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए कही।
आगे उन्होंने कहा कि भगवान में मनुष्यों को अबोध बालक की तरह विश्वास करना चाहिए जिस तरह मां अपने बच्चे के रोने पर उसे खुश करने के लिए हवा में उछाल देती है और बच्चा खिल - खिला कर हंस देता है क्योंकि उसे अपने मां पर पूरा भरोसा होता है कि मां गोद में ले लेगी। इसी प्रकार भक्त को भगवान के चरणों में सब कुछ समर्पित कर देना चाहिए जिससे उसका कर्म सुरक्षित हो जाय।
इसके पूर्व कथा का शुभारंभ पृथ्वी नाथ शिवमन्दिर के मुख्य पुजारी रवींद्र तिवारी ने व्यास पीठ की आरती करके की।
अंत में आयोजक श्याम मुरारी यादव ने सभी श्रद्धालुओं का आभार प्रकट किया। इस अवसर ब्रहमानंद दुबे, धरणीधर दुबे, श्यामदेव यादव, चंद्रिका यादव, राम दुलारे यादव,प्रभाकर दुबे,संजय दुबे, राकेश दुबे, दिलीप मिश्र,भागीरथी यादव, शिव शंकर गौंड, कोमल दुबे, झिनकू यादव, दिलीप यादव, रोहित मिश्र, विक्रम यादव, सुरेश शर्मा, बेचई गौंड, आदि श्रद्धालु उपस्थिति रहे।
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