तबादला तो हुआ लेकिन कार्यमुक्त नहीं हुए कृषि विभाग के कर्मचारी
गोरखपुर*तबादला तो हुआ लेकिन कार्यमुक्त नही हुए कृषि विभाग के कर्मचारी*
सहजनवा गोरखपुर:बांसगांव सन्देश।- सरकार द्वारा अपने सरकारी कर्मचारी को महीने में जो तनख्वाह मिलती है उससे ऐसे कई कर्मचारी है जिनका पेट नही भरता है और ऐसे लोग लगभग हर विभाग में लोग मिल ही जाते है जो हर एक काम के लिए घूस का डिमांड करते है और न मिलने पर उस काम को बीच में ही अटकाए रहते है । और मागने का तरीका भी अलग होता है चाय पानी के नाम पर मागी जाती है क्या जो पैसा उन्हें सरकार के द्वारा दिया जाता है काम करने के लिए वो कम होता है ?
आपको बता दे की मृत्युंजय सिंह प्रधान सहायक जो की जनपद गोरखपुर मे विगत 22 वर्षो से तथा गोरखपुर मंडल मे 28 वर्षो से जमे हुए हैँ, के विरुद्ध खाद लाइसेंस के नाम पर वसूली करने की तमाम शिकायतें थी । जिसके आधार पर अपर निदेशक प्रशासन लखनऊ द्वारा कृषि निदेशक उत्तर प्रदेश लखनऊ के अनुमोदन् से ट्रांसफर पालिसी के अनुसार मृत्युंजय सिंह प्रधान सहायक का ट्रांसफर महत्वकांक्षी जनपद श्रवास्ती मे उप कृषि निदेशक के वहाँ किया गया । इसी प्रकार ओमप्रकाश यादव जनपद गोरखपुर मे 29 वर्ष से लगातार कार्यरत है । 15 वर्ष से लगातार जिला कृषि अधिकारी गोरखपुर की गाडी चला रहा है । इसके द्वारा ईमानदार खाद व बीज व्यापारिओं का उत्पीड़न तथा बेइज्जत करने तथा खाद की कालाबाजारी करने वालों से साँठ गाँठ कर आकस्मिक छापों की गोपनीय जानकारी उनको देने के संबंध मे इसकी शिकायत पार्षद आलोक सिंह विशेन व अन्य जनप्रतिनिधियों ने पूर्व मे की थी । जिसके क्रम मे अपर निदेशक प्रशासन द्वारा इसका ट्रांसफर उप संभाग रुद्रपुर देवरिया मे किया गया । लेकिन
जिला कृषि अधिकारी श्री डी 0 पी 0 सिंह द्वारा अभी तक इन कर्मचारियों को रिलीव नही किया गया । और इन ट्रांसफर आदेश के संबंध मे भ्रामक बयान दे रहे हैँ । जिला कृषि अधिकारी के बयान से यह स्वतः स्पष्ट है कि कागज़ मे खाद लाइसेंस का पटल किसी और बाबू के नाम से है, लेकिन उस पटल का काम इनके द्वारा मृत्युंजय सिंह से लिया जा रहा है जो कि मुख्य सचिव के आदेश का खुला उल्लंघन है ।
एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी इन कर्मचारियों को कार्यमुक्त न कर तथा खाद लाइसेंस का काम जिसके पास पटल है उससे न कराकर दूसरे बाबू से कराकर् जिला कृषि द्वारा स्थानांतरण नीति के शासनादेश के अंतर्गत हुए ट्रांसफर आदेशों व मुख्य सचिव के निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है । जबकि ट्रांसफर आदेश में तत्काल कार्यमुक्त करने हेतु आदेशित किया गया है । विश्वसनीय सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि DAO द्वारा इन कर्मचारिओं का स्थानांतरण रुकवाने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भी लिखा गया है तथा अपने कार्यालय मे किसी अन्य ड्राइवर की तैनाती नही होने दे रहे हैँ । जबकि जनपद मे कृषि विभाग के ही कई कार्यालयों मे न तो गाडी है और न ही अधिकारी । जबकि वहां पर ड्राइवर तैनात हैँ और वर्षो से बिना कोई काम किये ही वेतन ले रहे हैँ । कुछ ड्राइवरो के द्वारा DAO के वहां तैनाती के लिए अपना आवेदन पत्र भी JDA के वहाँ दिया गया है लेकिन DAO के दबाव मे उनके वहां किसी की तैनाती नही हो पा रही है
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