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    नायब तहसीलदार का प्रशिक्षण कमिश्नर की देख रेख में आज से प्रारंभ

    *नायब तहसीलदार का प्रशिक्षण कमिश्नर की देख रेख में  आज से प्रारंभ*


    गोरखपुर शासन द्वारा 520 राजस्व निरीक्षकों को पदोन्नति देकर नायब तहसीलदार बनाया गया गोरखपुर जनपद के राजस्व प्रशिक्षण विद्यालय पर गोरखपुर बस्ती देवीपाटन मंडल के 76 नायब तहसीलदार साडे 4 महीने प्रशिक्षण प्राप्त कर दिए गए दायित्वों के बारे में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे इन नव पदौन्नति नायब तहसीलदारों में 8 सीधी भर्ती से सेलेक्ट होकर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे और 68 नायब तहसीलदार राजस्व निरीक्षक से पदोन्नति होकर नायब तहसीलदार हुए हैं राजस्व प्रशिक्षण विद्यालय असुरन पर इनका प्रशिक्षण साडे 4 महीने चलेगा आज प्रशिक्षण का विधिवत उद्घाटन मंडलायुक्त गोरखपुर रवि कुमार एनजी जिलाधिकारी गोरखपुर कृष्ण करुणेश अपर आयुक्त अजय कांत सैनी मुख्य राजस्व अधिकारी सुशील कुमार गौड़ एडीएम वित्त राजेश कुमार सिंह सिटी मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार सिंह द्वारा एनेक्सी सभागार में किया गया मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी ने नव पदोन्नति नायब तहसीलदारों से कहा कि पदोन्नत हुये नायब तहसीलदार अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपने अधिकारों को समझें और शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन करते हुए अपने कार्यों को निष्ठावान होकर बिना किसी प्रलोभन के करें जिससे उनका  सम्मान किया जा सके कमिश्नर ने कहा कि नायब तहसीलदार, राजस्व प्रशासन के प्रमुख अधिकारी और सहायक कलेक्टर के दूसरे स्तर की व्यायाम शक्तियां हैं। विभाजन के मामलों का निर्णय करते समय; तहसीलदार सहायक कलेक्टर 1 ग्रेड की शक्तियों को मानता है। उनका मुख्य कार्य राजस्व संग्रह, तहसीलदार और नाइब तहसीलदार को अपने क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर दौरा करना है। राजस्व रिकॉर्ड और फसल आंकड़े भी उनके द्वारा बनाए रखा जाता है। तहसीलदार और नाइब-तहसीलदार भूमि राजस्व और सरकार को देय अन्य बकाया राशि के संग्रह के लिए जिम्मेदार हैं। अधीनस्थ राजस्व कर्मचारियों के संपर्क में रहने के लिए, मौसमी स्थितियों और फसलों की स्थिति का निरीक्षण करने के लिए, किसानों की कठिनाइयों को सुनने और तकावी ऋण वितरित करने के लिए, तहसीलदार और नाइब-तहसीलदार बड़े पैमाने पर अपने क्षेत्राधिकार में क्षेत्रों का दौरा करते हैं। वे मौके पर तत्काल मामलों का फैसला करते हैं, जैसे खाता पुस्तकों में प्रविष्टियों में सुधार, प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने वाले लोगों को राहत प्रदान करना आदि। यात्रा से उनकी वापसी पर, वे रिपोर्ट तैयार करते हैं और सरकारी छूट या निलंबन-सियोनोफलैंड राजस्व की सिफारिश करते हैं और रिकॉर्ड्स अपतटीय लाओ। वे अन्य प्रकार के काम करने के अलावा किरायेदारी के विवादों, किरायेदारों के किराए के निकास के बकाया, खाता पुस्तकों में प्रविष्टियों इत्यादि के निपटारे के लिए अदालतों में भी बैठते हैं। कमिश्नर ने कहा कि नव प्रोन्नत नायब तहसीलदारों के लिए नियुक्ति के बाद साढ़े चार महीने का प्रशिक्षण प्राप्त कर अर्हकारी परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। परीक्षा उत्तीर्ण किए बिना उनसे न्यायिक कार्य नहीं लिया जाएगा। नव प्रोन्नत नायब तहसीलदारों को उप्र अधीनस्थ राजस्व कार्यपालक (नायब तहसीलदार) सेवा नियमावली-2003 के अनुसार विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी होगा।प्रथम दिन प्रशिक्षण के दौरान जनपद के समस्त एसडीएम व एलआरसी राजेश भारती एनेक्सी सभागार में मौजूद रहे।

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