जन प्रतिनिधियों के उदासीनता का भेट चढ़ा परसा उर्फ अगलहवा गांव
गोलाबाजार गोरखपुर 2 अगस्त।
गोला तहसील क्षेत्रअंतर्गत ब्लॉक गोला केग्राम पंचायत परसा उर्फ अहलहवा का राजस्व गांव परसा लगभग तीन सौ घर की आबादी वाला टोला विकास की बाट जोह रहा है। यहां पर सड़क और नाली की व्यवस्था दयनीय बनी हुई है।
गोला कौड़ीराम रोड़ स्थिति पड़ौली चौराहा से लगभग 1.5 किमी पुरब बसा परसा गांव कभी धुरियापार विधानसभा के पुर्व काबीना मंत्री स्व बाबू मारकण्डेय चन्द का चहेता गांव रहा है।उन्होंने अपने विधायक काल में इस गांव के लिए सड़क, नाली और स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की समुचित व्यवस्था किये थे। उनके बाद 2007 में हुए विधायक राजेन्द्र सिंह उर्फ पहलवान सिंह ने गोला कौड़ीराम रोड़ पर सड़क से परसा मस्जिद तक आर ई एस विभाग के तहत लगभग 1.5 किमी इस रोड को पीच करा दिया। लेकिन इन दोनों नेताओं के बाद के जो भी विधायक हुए उन्होंने इस गांव को अछुत छोड़ दिया। और पुर्व की बनी नाली और सड़क टुट गई आज आलम यह है कि गांव की नालियां इस सड़क पर बह रही है। सड़क पर बजबजाता गंदा दुर्गंध युक्त पानी गांव में जल जनितविमारियों को दावत दे रहा है।
*क्या कहते हैं लोग*
परसा गांव के प्रधान प्रतिनिधि जाकीर हुसैन, पूर्व प्रधान इबरार अली ,
गुलाम,इमामुल हक,साहेब, तशऊअर, महमुद आलम, रियाज अहमद, रामसिगार यादव, इजहार,आदि ग्राम वासियों का कहना है कि हमारे गांव का प्रतिनिधित्व करने वालेक्षेत्रीय जन प्रतिनिधि हम लोगों की बस चुनाव समय में याद करते हैं।वोट पड़ने के बाद भूल जाते हैं। इन लोगों का यह भी कहना है कि यह सड़क जबसे बनी तब से आज तक इसका मरम्मत नही हुआ और न तो गांव की नालियां बनी जब की इसी के साथ की बनी सड़क पटौहां से कोटियां मार्ग का करीब दो या तीन बार मरम्मत हो चुका है।अब क्या कारण है कि हमारे गांव की सड़क नही बन रही है। जब कि वर्तमान सरकार में सड़क और नाली निर्माण पर विशेष जोर देकर बनवाया गया है। इस बारे में आर ई एस के जेई से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन कतिपय कारणों बात नही हो सकी.।
गुलाम,इमामुल हक,साहेब, तशऊअर, महमुद आलम, रियाज अहमद, रामसिगार यादव, इजहार,आदि ग्राम वासियों का कहना है कि हमारे गांव का प्रतिनिधित्व करने वालेक्षेत्रीय जन प्रतिनिधि हम लोगों की बस चुनाव समय में याद करते हैं।वोट पड़ने के बाद भूल जाते हैं। इन लोगों का यह भी कहना है कि यह सड़क जबसे बनी तब से आज तक इसका मरम्मत नही हुआ और न तो गांव की नालियां बनी जब की इसी के साथ की बनी सड़क पटौहां से कोटियां मार्ग का करीब दो या तीन बार मरम्मत हो चुका है।अब क्या कारण है कि हमारे गांव की सड़क नही बन रही है। जब कि वर्तमान सरकार में सड़क और नाली निर्माण पर विशेष जोर देकर बनवाया गया है। इस बारे में आर ई एस के जेई से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन कतिपय कारणों बात नही हो सकी.।
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