दो दिवसीय आई पी एम उन्मुखीकरण कार्यक्रम का उद्घाटन
गोरखपुर*दो दिवसीय आइ. पी. एम उनमुखीकरण कार्यक्रम का उद्धघाटन* सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।भारत सरकार, क़ृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अधीन वनस्पती संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय के तत्वाधान में केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, जैविक भवन, गोरखपुर के तरफ से दो दिवसीय आइ.पी.एम. उनमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र , चौकमाफी, पीपीगंज , जिला - गोरखपुर में दिनांक 19.09.22 को किया गया जिसका उद्घाटन गोरखपुर मण्डल के उप निदेशक (पादप संरक्षण) श्री अरविन्द कुमार सिंह द्वारा किया गया । इस दौरान केंद्र के प्रभारी अधिकारी श्री अतुल कुमार सिन्हा, (सहायक निदेशक), श्री राजेंद्र कुमार ( वनस्पति संरक्षण अधिकारी), महायोगी गोरखनाथ क़ृषि विज्ञान केंद्र के परियोजना संचालक डा. विवेक प्रताप सिंह, वैज्ञानिक डा.अजीत कुमार व डा.संदीप उपाध्याय तथा केंद्र के अन्य अधिकारीगण भी मौजूद रहे। श्री अतुल कुमार सिन्हा, केंद्र प्रभारी ने प्रशिक्षण के तकनिकी सत्र के दौरान आई. पी. एम. व मित्र कीटो का खेती में महत्व, उनके संरक्षण एवं संवर्धन करके शत्रु कीटों के प्रबंधन पर विस्तार से व्याख्यान दिया. डा. बसवराज कुम्बर , सहायक व. सं अधिकारी ने खेती में जैविक रासायनों के महत्व व उनके उत्पादन तकनीक पर विस्तार से चर्चा की. श्रीमती कुमारी जयंती , सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी ने आइ. पी.एम के व्यवहारिक एवं यांत्रिक विधि पर विस्तार से चर्चा की एवं शत्रु कीट व मित्र कीट के पहचान के विषय में बताया , सुश्री लेखा श्री, सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी ने आइ. पी. एम के जैविक विधियों पर विस्तार से चर्चा की तथा 5 g ट्राईकोडर्मा मित्र फफूँद से प्रति किग्रा बीज शोधन करने की संस्तुति की, श्री राजेंद्र कुमार , वनस्पति संरक्षण अधिकारी ने समेकित खरपतवार प्रबंधन पर व्याख्यान दिया। श्री मोनल कुमार सिँह , वैज्ञानिक सहायक ने फॉल आर्मी वर्म कीट के पहचान एवं उसके एकीकृत प्रबंधन पे विस्तृत व्याख्यान दिया। सुश्री श्वेता एवं श्रीमती पूनम वर्मा ने मित्र कीटों के संवर्धन पे चर्चा की। सभी प्रक्षिणार्थियों को धान व गन्ने के खेत में ले जाकर क़ृषि परिस्थितकी तंत्र का विश्लेषण करवाया गया जिससे किसान खेत में नाशीजीवों के प्रबंधन के लिए समय पर उचित निर्णय ले सके ।
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