आईटीएम के छात्रों ने eक्रैकर्स रिमोट द्वारा छोड़े जाने वाला पटाखा तैयार किया
गोरखपुरआईटीएम गिडा के छात्रों द्वारा eक्रैकर्स रिमोट के जरिए छोडे
जाने वाला तैयार किया पटाखा
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा गोरखपुर के इंजीनियरिंग के छात्रों ने नवाचार के तहत E-क्रैकर्स रिमोट के जरिए छोड़े जाने वाले इकोफ्रैंडली पटाखा तैयार किया हैं यानी रिमोट का बटन दबाया और पटाखे जल उठेंगे। पहली बार E-लड़ी, E-अनार, E-स्पार्कल पटाखे तैयार किए गए हैं। जिस तरह सामान्य पटाखे या ग्रीन पटाखे हैं वैसे ही ये पटाखे भी साउंड करते हैं, रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरते।
E-पटाखों में धुआं नहीं होता और न ही PM2.5 ही निकलता है।
E-क्रैकर्स हाई वोल्टेज इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज के सिद्धांत पर काम करता है। इसी के जरिए लाइट या साउंड इफेक्ट होता है। इन पटाखों को तैयार करने मे पोटैशियम नाइट्रेट और शुगर का प्रयोग किया गया है |
ग्रीन पटाखों में बेरियम की जगह पोटैशियम का इस्तेमाल इसलिए होता है क्योंकि ऑक्सीडाइजिंग प्रोसेस से पोटैशियम घुल जाते हैं। इससे लोगों की सेहत पर ज्यादा असर नहीं पड़ता।
E-क्रैकर्स हाई वोल्टेज इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज के सिद्धांत पर काम करता है। इसी के जरिए लाइट या साउंड इफेक्ट होता है। इस को बनाने मे.......
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ एन के सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि संस्थान लगातार नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा मे प्रत्यनशील हैं जिसकी वजह से यहाँ के छात्रों ने नये-नये तकनीकी आधारित डिवाइस बनाने मे सफलता प्राप्त कर रहे हैं , जो की पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के साथ - साथ समाज के लिए भी बहुत हितकारी होगा |
इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल सहित संस्थान के सभी शिक्षकों ने इकोफ्रैंडली पटाखा तैयार करने वाली टीम को बधाई और शुभकामना दिया |
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