केआईपीएम में एक दिवसीय नेशनल कार्यशाला का हुआ आयोजन
के0आई0पी0एम0 में एक दिवसीय नेशनल कार्यशाला का हुख आयोजन
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश के0आई0पी0एम0 कालेज ऑफ इंजीनियरीग एण्ड टेक्नोलाजी गीडा, गोरखपुर के प्रागंण में ए0के0टी0यू0 लखनऊ एवं मदन मोहन मालविय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,
गोरखपुर और भारतीय अलवणीकरण संघ गोरखपुर संयुक्त तत्वाधान में नेशनल लेवल पर एक दिवसीय कार्यशाला ’’सस्टेनेबल टेक्नोलाजी डेवलपमेन्ट फार एनर्जी एण्ट टेक्नोलाजी ’’ऊर्जा और जल क्षेत्र के लिए सतत प्रौद्योगिकी विकास’’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन मकैनिकल एवं सिविल विभाग की देख-रेख में किया गया जिसमें मुख्य अतिथि प्रो0 जे0पी0 पाण्डेय, कुलपति, मदन मोहन मालविय प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि प्रो0 एस0पी0 चौरसिया, अध्यक्ष इण्डा, प्रो0 ओम प्रकाश, हेड एन0आई0टी0 पटना, प्रो0 गोविन्द पाण्डेय विभागाध्यक्ष सिविल इन्जीनियरिंग, एम0एम0एम0यू0टी गोरखपुर, इंजि0 एस0एस0 चौरसिया, सी0ई0ओ0 यूनाइटेड सीमेन्ट, काठमांडू नेपाल के साथ आनलाईन मोड पर प्रो0 एस0पी0 पाडेण्य, प्रो0 वाईस चासंलर, यूनिवर्सिटी ऑफ इजीनियंरिग एण्ड टेक्नालाजी रूड़की, प्रो0 अजय दलाई, यूनिवर्सिटी ऑफ शास्कसेवान, कनाडा का संस्था के अध्यक्ष श्री आर0डी0 सिंह, सचिव श्री विनोद कुमार सिंह, निदेशक इंजीनियरिंग डा0एस0के0 पाठक, निदेशक एच0आर0 डा0 एस0पी0 सिंह, अपर निदेशक डा0 जाहिद रेयाज खान, सह निदेशक श्री पी0सी0 श्रीवास्तव ने पुश्प गुच्छ देकर स्वागत किया तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा मॉ सरस्वती का माल्यार्पण करते हुए कार्यशाला का शुभांरम्भ किया। नेशनल कार्यशाला के शुरुआत में मुख्य अतिथि प्रो0 जे0पी0 पाण्डेय कुलपति एम0एम0एम0यू0टी, गोरखपुर ने उपस्थित सभी लोगो को नेशनल कार्यशाला के शीर्षक विषय पर केन्द्रित करते हुए कहा कि आज का यह कार्यशाला का उद्देष्य जल एवं उर्जा के क्षेत्र में भविष्य की पीढ़ियो की जरूरतो की अनदेखी न करते हुए वर्तमान मॅागां की आवष्यकताओं को पूरा करने के बीच संतुलन लाना है जिसमें आज जल की मात्रा और गुणवत्ता दोनो मे भयानक कमी देखी जा रही है कई इलाके के पानी में इतने भारी तत्व और अन्य हानिकारक रसायन प्रवेश कर चुके है जो अब किसी भी जीव के लिए उपयुक्त नहीं है। साथ ही उर्जा बनाने के साधन से वायु मण्डल में हानिकारक गैस की मात्रा बढ़ती जा रही है आज भारत समेत विश्व के अधिकतर देशों को जल एव वायु संकट जैसे गम्भीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उन्होने ये भी कहा कि भारत को विश्व गुरू बनाना है जिसके लिए केन्द्र सरकार व राज्य सरकार दोनो मिलकर उर्जा, जल संरक्षण एवं वायु संरक्षण के क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम चला रहे है जिसके तहत लोगो को कार्य करने के लिये सब्सिडी भी दी जा रही है। उसी की देन है कि आज गोरखपुर में ई-बस, ई-रिक्सा, ई-बाईक एवं सोलर पैनल बढता जा रहा है। उपरोक्त कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रो0 एस0पी0 चौरसिया ने ’’जल ही जीवन है’’ को परिभाशित करते हुये कहा कि प्रकृत ने हमे अनमोल बरदान दिया है पृथ्वी के 71 प्रतिशत हिस्से में जल ही जल है परन्तु आज जल संकट से देश ही नही बल्कि विश्व भी प्रभावित है आज हर घर में आरो0 प्लान्ट लगा हुआ है जिससे पानी का 80 प्रतिशत भाग बर्वाद हो रहा है उस जल को बचाने के लिये इस कार्यषाला के माध्यम से विभिन्न वारीकियों के विशय पर चर्चा किया। कार्यशाला में प्रो0 गोविन्द पाण्डेय जी ने कहा ‘‘जल नही तो कल नही‘‘ विषय पर जल संरक्षण पर गहन परिचर्चा की। प्रो0 पाण्डेय ने स्टेट वाइज विवरण देते हुए बताया कि किस राज्य में कितना जल प्रदूशित हो गया है इस पर हम सभी लोगो को मिलकर कार्य करना होगा। श्री पाण्डेय ने छात्र-छात्राओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप लोगो को जल एवं वायु प्रदूषण पर अधिक सचेत हो कर आने वाली पीढीयो को शिक्षित कर इस संकट का बचाव किया जा सके। इसी क्रम में ई0 एस0एस0 चौरसिया ने सिमेन्ट इन्ड्रस्टी पर फोकस करते हुये कहा कि आज सिमेन्ट इन्ड्रस्टी में जल एवं पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केन्द्रित करते हुये कहा कि 75 प्रतिशत वर्वाद हो रहे जल एवं खनिज को सिमेन्ट बनाने में उपयोग कर रहे है। उपरोक्त कार्यशाला के आनलाईन माध्यम से प्रो0 एस0पी0 पाण्डेय एवं प्रो0 अजय कुमार दलायी, कनाडा ने विश्व स्तर पर जल संरक्षण उर्जा सरंक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में होने वाले घटनाओं पर प्रकाश डालते हुये उसके निवारण को विस्तृत रूप से कार्यशाला में उदाहरण के माध्यम से समझाया। उपरोक्त कार्यक्रम के अन्त में संस्था के अध्यक्ष ई0 आर0डी0 सिंह ने एक दिवसीय नेशनल कार्यशाला में आये मुख्य अतिथि एवं सभी अतिथियों को अपना बहुमूल्य समय देने के लिये धन्यवाद दिया एवं उपस्थित सभी लोगो को अपने अपने उदबोधन में कहा कि आज जल, वायु एवं उर्जा संकट से सभी घिरे हुये है इस विषय से निवारण हेतु के0आई0पी0एम0 में सोलर पैनल पहले से ही लगाया गया है अब जल्द ही जल संरक्षण हेतु कैम्पस में जल ट्रीटमेन्ट प्लान्ट लगेगा जिसमें संस्था, हास्टल एवं कैन्टीन से निकलने वाले खराब पानी को एकत्रित करके पुनः उपयोगी बनाया जायेगा। इसी क्रम में संस्था के सचिव श्री विनोद कुमार सिंह ने कार्यशाला में आये सभी लोगो का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कालेज के प्रतिक चिन्ह से सम्मानित किया। पोस्टर प्रेजेंटेशन में छात्र/छात्राओं द्वारा बनाये गये माडल एवं पोस्टर प्रेजेंटेशन का अवलोकन किया गया जिसमें में सिविल इंजी0 अन्तिम वर्ष की छात्रा कु0 तुशार कान्ति द्वारा बनाया गया पोस्टर-माडल को सर्वश्रेश्ठ घोशित किया गया। उक्त कार्यक्रम में एक दिवसीय नेशनल कार्यशाला को सम्पन्न बनाने में संस्था के डीन श्री आर0के0 पाण्डेय, प्लेसमेंट अधिकारी श्री संजय गुप्ता, विभागाध्यक्ष डा0 साह फतेह आजम, डा0 पुनीत श्रीवास्तव, ई0 प्रतीक साही, ई0 विवेक सिंह, ई0 भाश्कर पाण्डेय, ई0 रंजीत राय, ई0 राहुल पटेल, ई0 मनीष दूबे, ई0 विनित त्रिपाठी, ई0 मनीष सिंह, ई0 अनुज शुक्ला, ई0 प्रियंका पाण्डेय, श्री अनूप माथूर, श्री ब्रज भूषण श्रीवास्तव, इत्यादि सभी शिक्षकगण एवं कर्मचारीगण का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
गोरखपुर और भारतीय अलवणीकरण संघ गोरखपुर संयुक्त तत्वाधान में नेशनल लेवल पर एक दिवसीय कार्यशाला ’’सस्टेनेबल टेक्नोलाजी डेवलपमेन्ट फार एनर्जी एण्ट टेक्नोलाजी ’’ऊर्जा और जल क्षेत्र के लिए सतत प्रौद्योगिकी विकास’’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन मकैनिकल एवं सिविल विभाग की देख-रेख में किया गया जिसमें मुख्य अतिथि प्रो0 जे0पी0 पाण्डेय, कुलपति, मदन मोहन मालविय प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि प्रो0 एस0पी0 चौरसिया, अध्यक्ष इण्डा, प्रो0 ओम प्रकाश, हेड एन0आई0टी0 पटना, प्रो0 गोविन्द पाण्डेय विभागाध्यक्ष सिविल इन्जीनियरिंग, एम0एम0एम0यू0टी गोरखपुर, इंजि0 एस0एस0 चौरसिया, सी0ई0ओ0 यूनाइटेड सीमेन्ट, काठमांडू नेपाल के साथ आनलाईन मोड पर प्रो0 एस0पी0 पाडेण्य, प्रो0 वाईस चासंलर, यूनिवर्सिटी ऑफ इजीनियंरिग एण्ड टेक्नालाजी रूड़की, प्रो0 अजय दलाई, यूनिवर्सिटी ऑफ शास्कसेवान, कनाडा का संस्था के अध्यक्ष श्री आर0डी0 सिंह, सचिव श्री विनोद कुमार सिंह, निदेशक इंजीनियरिंग डा0एस0के0 पाठक, निदेशक एच0आर0 डा0 एस0पी0 सिंह, अपर निदेशक डा0 जाहिद रेयाज खान, सह निदेशक श्री पी0सी0 श्रीवास्तव ने पुश्प गुच्छ देकर स्वागत किया तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा मॉ सरस्वती का माल्यार्पण करते हुए कार्यशाला का शुभांरम्भ किया। नेशनल कार्यशाला के शुरुआत में मुख्य अतिथि प्रो0 जे0पी0 पाण्डेय कुलपति एम0एम0एम0यू0टी, गोरखपुर ने उपस्थित सभी लोगो को नेशनल कार्यशाला के शीर्षक विषय पर केन्द्रित करते हुए कहा कि आज का यह कार्यशाला का उद्देष्य जल एवं उर्जा के क्षेत्र में भविष्य की पीढ़ियो की जरूरतो की अनदेखी न करते हुए वर्तमान मॅागां की आवष्यकताओं को पूरा करने के बीच संतुलन लाना है जिसमें आज जल की मात्रा और गुणवत्ता दोनो मे भयानक कमी देखी जा रही है कई इलाके के पानी में इतने भारी तत्व और अन्य हानिकारक रसायन प्रवेश कर चुके है जो अब किसी भी जीव के लिए उपयुक्त नहीं है। साथ ही उर्जा बनाने के साधन से वायु मण्डल में हानिकारक गैस की मात्रा बढ़ती जा रही है आज भारत समेत विश्व के अधिकतर देशों को जल एव वायु संकट जैसे गम्भीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उन्होने ये भी कहा कि भारत को विश्व गुरू बनाना है जिसके लिए केन्द्र सरकार व राज्य सरकार दोनो मिलकर उर्जा, जल संरक्षण एवं वायु संरक्षण के क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम चला रहे है जिसके तहत लोगो को कार्य करने के लिये सब्सिडी भी दी जा रही है। उसी की देन है कि आज गोरखपुर में ई-बस, ई-रिक्सा, ई-बाईक एवं सोलर पैनल बढता जा रहा है। उपरोक्त कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रो0 एस0पी0 चौरसिया ने ’’जल ही जीवन है’’ को परिभाशित करते हुये कहा कि प्रकृत ने हमे अनमोल बरदान दिया है पृथ्वी के 71 प्रतिशत हिस्से में जल ही जल है परन्तु आज जल संकट से देश ही नही बल्कि विश्व भी प्रभावित है आज हर घर में आरो0 प्लान्ट लगा हुआ है जिससे पानी का 80 प्रतिशत भाग बर्वाद हो रहा है उस जल को बचाने के लिये इस कार्यषाला के माध्यम से विभिन्न वारीकियों के विशय पर चर्चा किया। कार्यशाला में प्रो0 गोविन्द पाण्डेय जी ने कहा ‘‘जल नही तो कल नही‘‘ विषय पर जल संरक्षण पर गहन परिचर्चा की। प्रो0 पाण्डेय ने स्टेट वाइज विवरण देते हुए बताया कि किस राज्य में कितना जल प्रदूशित हो गया है इस पर हम सभी लोगो को मिलकर कार्य करना होगा। श्री पाण्डेय ने छात्र-छात्राओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप लोगो को जल एवं वायु प्रदूषण पर अधिक सचेत हो कर आने वाली पीढीयो को शिक्षित कर इस संकट का बचाव किया जा सके। इसी क्रम में ई0 एस0एस0 चौरसिया ने सिमेन्ट इन्ड्रस्टी पर फोकस करते हुये कहा कि आज सिमेन्ट इन्ड्रस्टी में जल एवं पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केन्द्रित करते हुये कहा कि 75 प्रतिशत वर्वाद हो रहे जल एवं खनिज को सिमेन्ट बनाने में उपयोग कर रहे है। उपरोक्त कार्यशाला के आनलाईन माध्यम से प्रो0 एस0पी0 पाण्डेय एवं प्रो0 अजय कुमार दलायी, कनाडा ने विश्व स्तर पर जल संरक्षण उर्जा सरंक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में होने वाले घटनाओं पर प्रकाश डालते हुये उसके निवारण को विस्तृत रूप से कार्यशाला में उदाहरण के माध्यम से समझाया। उपरोक्त कार्यक्रम के अन्त में संस्था के अध्यक्ष ई0 आर0डी0 सिंह ने एक दिवसीय नेशनल कार्यशाला में आये मुख्य अतिथि एवं सभी अतिथियों को अपना बहुमूल्य समय देने के लिये धन्यवाद दिया एवं उपस्थित सभी लोगो को अपने अपने उदबोधन में कहा कि आज जल, वायु एवं उर्जा संकट से सभी घिरे हुये है इस विषय से निवारण हेतु के0आई0पी0एम0 में सोलर पैनल पहले से ही लगाया गया है अब जल्द ही जल संरक्षण हेतु कैम्पस में जल ट्रीटमेन्ट प्लान्ट लगेगा जिसमें संस्था, हास्टल एवं कैन्टीन से निकलने वाले खराब पानी को एकत्रित करके पुनः उपयोगी बनाया जायेगा। इसी क्रम में संस्था के सचिव श्री विनोद कुमार सिंह ने कार्यशाला में आये सभी लोगो का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कालेज के प्रतिक चिन्ह से सम्मानित किया। पोस्टर प्रेजेंटेशन में छात्र/छात्राओं द्वारा बनाये गये माडल एवं पोस्टर प्रेजेंटेशन का अवलोकन किया गया जिसमें में सिविल इंजी0 अन्तिम वर्ष की छात्रा कु0 तुशार कान्ति द्वारा बनाया गया पोस्टर-माडल को सर्वश्रेश्ठ घोशित किया गया। उक्त कार्यक्रम में एक दिवसीय नेशनल कार्यशाला को सम्पन्न बनाने में संस्था के डीन श्री आर0के0 पाण्डेय, प्लेसमेंट अधिकारी श्री संजय गुप्ता, विभागाध्यक्ष डा0 साह फतेह आजम, डा0 पुनीत श्रीवास्तव, ई0 प्रतीक साही, ई0 विवेक सिंह, ई0 भाश्कर पाण्डेय, ई0 रंजीत राय, ई0 राहुल पटेल, ई0 मनीष दूबे, ई0 विनित त्रिपाठी, ई0 मनीष सिंह, ई0 अनुज शुक्ला, ई0 प्रियंका पाण्डेय, श्री अनूप माथूर, श्री ब्रज भूषण श्रीवास्तव, इत्यादि सभी शिक्षकगण एवं कर्मचारीगण का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
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