बीआई टी में हुआ तीन दिवसीय तकनीकी प्रौद्योगिकी एवं सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ
बीआईटी में हुआ तीन दिवसीय तकनीकी, प्रौद्योगिकी एवं सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।गीडा स्थित बीआईटी कालेज में बृहस्पतिवार को तकनीकी, प्रौद्योगिकी एवं सांस्कृतिक के तीन दिवसीय महोत्सव का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय, लखनऊ के इनक्यूवेशन हब के अध्यक्ष प्रो महीप सिंह ने किया। कार्यक्रम में सभी विभागों के छात्र–छात्राओं ने अपने तकनीकी मॉडल (रचनाओं) का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि तकनीकी संस्थाएं ऐसे कार्यक्रम का आयोजन कर विद्यार्थियों को आत्मविश्वास व तकनीकी कौशल को बढ़ाने का कार्य करें तो पूर्वांचल के प्रतिभाओं का पलायन रुकेगा। उन्होंने इंजीनियरिंग एवं फार्मेसी के विद्यार्थियों व शिक्षकों से घरेलू व दैनिक उपयोग में आने वाले सामानों को कम कीमतों में तैयार करने को कहा जिससे गरीबों एवं जरूरतमंद के घर भी सारे सामान उपलब्ध हो सके। उन्होंने अपने इंजीनियरिंग छात्र जीवन के महत्वपूर्ण अनुभव को भी छात्रों से साझा किया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सी आई डी सी के चेयरमैन डॉक्टर पीके मिश्रा ने कहा कि बीआईटी संस्थान हमेशा पूर्वांचल के विद्यार्थियों के तकनीकी कौशल और विशेषज्ञता को शिखर तक पहुंचाने के लिए लगातार मंच उपलब्ध कराता रहा है। विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम करने के लिए कहा तथा शॉर्टकट का रास्ता ना अपनाएं। मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। उन्होंने छात्र-छात्राओं को उनके बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दी। संस्थान के सचिव डॉ रजत अग्रवाल ने कहा कि छात्र–छात्राएं ऐसे कार्यक्रम से सीख लें। छात्रों द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों (रचनाओं) की प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक मॉडल प्रदर्शित थे। प्रतिभागी युवा वैज्ञानिकों द्वारा अपने ज्ञान और उत्कृष्ट सोच का समन्वय उनके द्वारा प्रदर्शित मॉडलों में दिख रहा है। यह सभी मॉडल आम जनमानस के लिए कम कीमतों में शीघ्र उपलब्ध हो । कार्यक्रम में कालेज के निदेशक प्रशासन दीपक अग्रवाल, निदेशक एच आर संतोष त्रिपाठी, निदेशक फार्मेसी डॉक्टर आशीष सिंह, निदेशक बीआईटी प्रोफेसर अरविंद पांडे, निदेशक डॉ अभिषेक त्रिपाठी, निदेशक डिप्लोमा इं अभिनव श्रीवास्तव कार्यक्रम समन्वयक इं अंकुर कुमार, डॉ सुधीर अग्रवाल, डॉ लतेंद्र श्रीवास्तव, प्रोफेसर पी के श्रीवास्तव, डॉ डी के द्विवेदी, सहित सभी विभागाध्यक्ष शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि तकनीकी संस्थाएं ऐसे कार्यक्रम का आयोजन कर विद्यार्थियों को आत्मविश्वास व तकनीकी कौशल को बढ़ाने का कार्य करें तो पूर्वांचल के प्रतिभाओं का पलायन रुकेगा। उन्होंने इंजीनियरिंग एवं फार्मेसी के विद्यार्थियों व शिक्षकों से घरेलू व दैनिक उपयोग में आने वाले सामानों को कम कीमतों में तैयार करने को कहा जिससे गरीबों एवं जरूरतमंद के घर भी सारे सामान उपलब्ध हो सके। उन्होंने अपने इंजीनियरिंग छात्र जीवन के महत्वपूर्ण अनुभव को भी छात्रों से साझा किया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सी आई डी सी के चेयरमैन डॉक्टर पीके मिश्रा ने कहा कि बीआईटी संस्थान हमेशा पूर्वांचल के विद्यार्थियों के तकनीकी कौशल और विशेषज्ञता को शिखर तक पहुंचाने के लिए लगातार मंच उपलब्ध कराता रहा है। विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम करने के लिए कहा तथा शॉर्टकट का रास्ता ना अपनाएं। मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। उन्होंने छात्र-छात्राओं को उनके बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दी। संस्थान के सचिव डॉ रजत अग्रवाल ने कहा कि छात्र–छात्राएं ऐसे कार्यक्रम से सीख लें। छात्रों द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों (रचनाओं) की प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक मॉडल प्रदर्शित थे। प्रतिभागी युवा वैज्ञानिकों द्वारा अपने ज्ञान और उत्कृष्ट सोच का समन्वय उनके द्वारा प्रदर्शित मॉडलों में दिख रहा है। यह सभी मॉडल आम जनमानस के लिए कम कीमतों में शीघ्र उपलब्ध हो । कार्यक्रम में कालेज के निदेशक प्रशासन दीपक अग्रवाल, निदेशक एच आर संतोष त्रिपाठी, निदेशक फार्मेसी डॉक्टर आशीष सिंह, निदेशक बीआईटी प्रोफेसर अरविंद पांडे, निदेशक डॉ अभिषेक त्रिपाठी, निदेशक डिप्लोमा इं अभिनव श्रीवास्तव कार्यक्रम समन्वयक इं अंकुर कुमार, डॉ सुधीर अग्रवाल, डॉ लतेंद्र श्रीवास्तव, प्रोफेसर पी के श्रीवास्तव, डॉ डी के द्विवेदी, सहित सभी विभागाध्यक्ष शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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