श्रीकृष्ण परमात्मा हैं, गोपी जीवात्मा - आचार्य बसंत शुक्ल
गोला गोरखपुर !
बांसगांव संदेश!क्षेत्र के ग्राम पंचायत डाँड़ी में अमित मेडिकल स्टोर के सौजन्य से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन झुनकी घाट अयोध्या से पधारे आचार्य बसंत शुक्ल महाराज ने कथा का रसपान कराते हुए कहा कि रास की कथा आत्मा और परमात्मा के मिलन की कथा है। भगवान ने गोपियों के मोक्ष के मार्ग को प्रशस्त किया। भगवान श्री कृष्ण वृंदावन से मथुरा जब जाने लगे तो व्रजवासी रुदन करने लगे,वहां बड़ा ही मार्मिक दृश्य हो गया गोपियां रथ के पीछे दौड़ने लगी हे कृष्ण, हे दामोदर, हे माधव ब्रज छोड़ कर मत जाओ तुम्हारे बीना ब्रज सुना सुना हो जाएगा।
बांसगांव संदेश!क्षेत्र के ग्राम पंचायत डाँड़ी में अमित मेडिकल स्टोर के सौजन्य से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन झुनकी घाट अयोध्या से पधारे आचार्य बसंत शुक्ल महाराज ने कथा का रसपान कराते हुए कहा कि रास की कथा आत्मा और परमात्मा के मिलन की कथा है। भगवान ने गोपियों के मोक्ष के मार्ग को प्रशस्त किया। भगवान श्री कृष्ण वृंदावन से मथुरा जब जाने लगे तो व्रजवासी रुदन करने लगे,वहां बड़ा ही मार्मिक दृश्य हो गया गोपियां रथ के पीछे दौड़ने लगी हे कृष्ण, हे दामोदर, हे माधव ब्रज छोड़ कर मत जाओ तुम्हारे बीना ब्रज सुना सुना हो जाएगा।
भक्ति प्रसंग की ब्याख्या करते हुए महराज जी ने बताया की वेद मंत्र ही गोपीयों के रूप में आये हैं, जीवन मे आशा व्यर्थ है, भगवान श्री कृष्ण के द्वरा धोबी उद्धार, सुदामा माली को वरदान, श्री कृष्ण ने कुब्जा को परमसुन्दरी नारी बनाये कुब्जा पृथ्वी देवी को अंशभूत अवतार है तीन कूबर का मतलब अत्याचारी राजाओं के पाप पूर्वक अत्याचार की वजह से पृथ्वी तीन जगह से टेड़ी हो गयी।
कथा के अंत में मुख्य यजमान श्रीमती सरस्वती देवी , रामकिशुन गुप्ता , रामरतन गुप्ता,श्रीकिशुन गुप्ता,छोटेलाल गुप्ता ने सभी आगन्तुक श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।
कथा श्रवण के लिए अमित गुप्ता,सुमित गुप्ता,अरुण गुप्ता,अमन गुप्ता ,जय मिश्रा,राजू यादव, विजय मिश्रा,संगम यादव , शिवनरायन जयसवाल ,सन्तोष मोदनवाल,आनंद जयसवाल, सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित हो कर कथा का रसपान किया।
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