जिला चिकित्सालय का हाल बेहlल
देवरिया - बांसगांव संदेश। मोहन सिंह जिला चिकित्सालय का हाल है कि जो भी गंभीर मरीज आता है। उसको गोरखपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया जाता है। क्योंकि जिला चिकित्सालय दलालों से भरा पड़ा है। रेफर मरीजों को दलाल बातचीत से प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचा देते हैं। और अगर रेफर मरिज प्राइवेट हॉस्पिटल जाना चाहता है तो प्राइवेट एंबुलेंस वाले उनको अपने बहकावे में लेकर देवरिया या गोरखपुर किसी प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचा देते हैं। क्योंकि उनको हॉस्पिटल वाले मोटी रकम देते हैं? यही हाल महिला चिकित्सालय का है। महिला चिकित्सालय में आशाओ द्वारा मरीजों को महिला चिकित्सालय की खराब कार्यशैली और चिकित्सालय की हालत बद से बदत्तर बताकर किसी प्राइवेट नर्सिंग होम या हॉस्पिटल में पहुंचा देती है। प्राइवेट हॉस्पिटल वाले मरीज को पहुचाने वाली आशा को एक निर्धारित रकम देते हैं। आपको बता दे अभी कुछ दिन पहले राम-लक्ष्मण चौराहे के एक निजी हॉस्पिटल में प्रसव वाली मरीज की मृत्यु हो गई थी जो आशा के द्वारा ही वहा पहुंचाया गया था।
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