सबका कल्याण बुद्ध धम्म का सार - भंते महेंद्र
ब्रह्मपुर गोरखपुर। बाँसगाँव सन्देश। गोरखपुर के झंगहा-अमहिया में श्यामा मल्ल महाविद्यालय के प्रांगण में एक विचार गोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय के प्रबंधक भगत सिंह जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
तथागत बुद्ध के विचार एवं वर्तमान सामाजिक चुनौतियां विषय पर कार्यक्रम में उपस्थित विद्वान वक्ताओं ने बुद्धिज्म के वैज्ञानिक पक्ष को अत्यंत ही तार्किक ढंग से रखा।
वक्ताओं ने कहा कि बुद्ध के तर्कवादी विचारों के अनुशरण से अंधविश्वास व चमत्कार की परिकल्पना के खात्मा के साथ जानो फिर मानो के कांसेप्ट से नई-नई खोजों से मानवीय कल्याण की महती जरूरतें पूर्ण होंगी।
भाग्य-भगवान,स्वर्ग-नरक जैसे विचार शोषण को जन्म देते हैं जबकि पंचशील हमे मानवीय गुणों को स्वयं में अपनाने और इससे एक शीलवान इंसान बनने की सीख प्रदान करता है जो बुद्धिज्म का मूल तत्व है।
गोष्ठी के मुख्य अतिथि भंते महेंद्र (पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री), विशिष्ट अतिथि भंते नन्दरतन थेरो (पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री), डॉ आरपी यादव (पूर्व सदस्य-माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड), चन्द्र भूषण सिंह यादव,वीरेंद्र सिंह अहलूवालिया, डॉ हितेश सिंह, अलख निरंजन, डॉ विजयश्री मल्ल, पुरुषोत्तम त्रिपाठी, रेखा रामचंद्रन आदि ने गोष्ठी को सम्बोधित किया।
संचालन रामउग्रह यादव प्रिंसिपल एवं धनन्जय यादव प्रिंसिपल ने किया।
विचार गोष्ठी में मनिदेव मल्ल मैनेजर, योगेन्द्र जिज्ञासु, डॉ शाह आलम, डॉ गिरिजेश पांडेय प्रिंसिपल, शिक्षक नेता राम प्रताप राम, हरिनाथ मौर्य, शारदा सिंह पूर्व प्रिंसिपल, पुष्पावती सिंह प्रिंसिपल, शिक्षक नेता कमलेश यादव, अजय सिंह मैनेजर, राकेश सिंह, लालमन यादव, राधेश्याम वैद, नरसिंह यादव, उदय प्रताप यादव, योगेन्द्र मौर्य, साहब यादव समेत सैकड़ों लोग और छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
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