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    चौरीचौरा के अभिलाष को एलआईसी के अधिकारियों ने किया सम्मानित


    चौरीचौरा गोरखपुर। नगर पंचायत मुंडेरा बाजार के निवासी भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता अभिलाष अरविंद जायसवाल ने एक बार फिर से विश्व स्तर पर ख्याति प्राप्त की है। अभिलाष ने इस वर्ष भी पिछले 3 वर्षों की भांति विश्व सम्मान अहर्ता कोर्ट ऑफ टेबल की दुर्लभ एवं शानदार उपलब्धि हासिल की है। बताते चलें की कोर्ट ऑफ द टेबल अमेरिका की संस्था एमडीआरटी के अंतर्गत एक बहुत ही गौरवशाली एवं उत्तम ख्याति है जो सिर्फ दुनिया के चुनिंदा उत्तम अभीकर्ताओं को दी जाती है। 


    अभिलाष एक कस्बे से निकलकर इस वर्ष लगातार चार बार सीओटी (कोर्ट ऑफ द टेबल) करने का ऐतिहासिक कार्य किया। गोरखपुर शाखा नंबर दो की इतिहास में अब तक अभिलाष एकमात्र सीओटी अभिकर्ता है। इसी वर्ष अभिलाष ने भारतीय जीवन बीमा निगम की सर्वोच्च क्लब सदस्यता कारपोरेट क्लब की सदस्यता हासिल की है। वर्तमान समय में पूरे भारत वर्ष में मात्र 100 अभिकर्ता ही कॉर्पोरेट क्लब के सदस्य है। यह उपलब्धि उनके बेहतर व्यवहार व्यवसाय क्षमता और कौशल का प्रदर्शन करते हुए हुआ। मात्र 23 वर्ष की उम्र में अभिलाष ने गोरखपुर मंडल को 20 हजार से अधिक अभिकर्ताओं में यह उपलब्धि हासिल की है। उनके इस शानदार उपलब्धि पर उनके विकास अधिकारी ए के सिंह का कुशल कौशल रहा। अभिलाष के इस उपलब्धि पर गोरखपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक जय सिंह चौहान, विपणन प्रबंधक विश्वनाथ चौधरी और प्रबंधक विक्रय दिनेश मोहन सक्सेना ने उन्हें गोरखपुर डिविजनल ऑफिस सीओटी का सर्टिफिकेट एवं ट्रॉफी देकर सम्मानित किय। इस अवसर पर चौरीचौरा के शाखा प्रबंधक हरी प्रसाद एवं गोरखपुर शाखा नंबर 2 के शाखा प्रबंधक नरेंद्र जी भी मौजूद रहे। अभिलाष ने नगर के सभी सम्मानित जनता एवं अपने ग्राहकों के अतुल विश्वास पर आभार जताया है और उन्हें हृदय से धन्यवाद दिया। शाखा प्रबंधक हरिप्रसाद और नरेंद्र तथा सहायक प्रबंधक बालिंदर पटेल और प्रबंधक विक्रय राम रूप ने अभिलाष को कोटि-कोटि बधाई दी है उन्होंने कहा कि अभिलाष हमारे शाखा की शान है। चौरीचौरा के शाखा प्रबंधक हरी प्रसाद और प्रबंधक विक्रय दिनेश मोहन सक्सेना ने अभिलाष की माता श्रीमती अनुराधा अरविंद जायसवाल को उनके आवास पर मुंडेरा बाजार में पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया और कहा कि बेटे की विश्व स्तरीय उपलब्धि मे मां की प्रेरणा और उत्साह का बहुत बड़ा योगदान है। ज्ञातव्य हो कि अभिलाष के पिता स्व. अरविंद जायसवाल भी एलआईसी के अभिकर्ता थे।

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